Uttarakhand News 17 Dec 2024: गोरापड़ाव इलाके में एक गड्ढे में पहिया जाने से गिरी स्कूटी से छिटककर सड़क पर गिरे अर्जुनपुर निवासी राधेश्याम कश्यप के बेटे अरविंद (6) की बगल से गुजर रहे ट्राला से कुचलकर मौत हो गई। अरविंद और बेटी दीक्षा (3) को उनकी मां स्कूटी से बरेली रोड स्थित शिशु भारती स्कूल लेकर जा रही थी।
हाथीखाल गांव को एक स्टोन क्रशर से जोड़ने वाली यह सड़क भारी वाहनों की आवाजाही के कारण काफी समय से जर्जर है। हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा इसी बात पर फूटा। आक्रोशित लोगों ने स्टोन क्रशर के गेट के समक्ष सड़क पर दो घंटे तक धरना देकर प्रदर्शन किया। इनमें महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुईं। मौके पर पहुंचे एसडीएम परितोष वर्मा ने बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाने और जर्जर सड़क के निमार्ण के लिए शासन को शीघ्र प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया। तब क्षेत्रवासी शांत हुए।
अरविंद यूकेजी में पढ़ता था, जबकि उसकी बहन एलकेजी की छात्रा है। दोनों बच्चों को लेकर उनकी मां स्कूटी से जा रही थी। कोतवाली प्रभारी राजेश यादव के मुताबिक घर से थोड़ा आगे पहुंचने पर सड़क पर पड़ी बजरी पर पहिया फिसलने के बाद एक गड्ढे में पहुंच गया। इससे अरविंद छिटककर दाहिनी ओर सड़क पर गिर गया। जबकि मां-बेटी दूसरी तरफ गिरे। तभी पीछे से आते रेता भरे ट्राला ने अरविंद को कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल अरविंद को डॉ. सुशीला तिवारी चिकित्सालय ले जाया गया। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सड़क बनवाने की करते रहे फरियाद… चली गई बच्चे की जान
हादसे का पता चलने पर हाथीखाल, दक्षिण गौजाजाली एवं गौला गेट गोरापड़ाव के ग्रामीण बड़ी संख्या में स्टोन क्रशर के सामने पहुंच गए। हाथीखाल की काफी महिलाएं भी इनमें शामिल हुईं। वे पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और हाथीखाल की इस सड़क को दोबारा बनवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। लोगों का कहना था कि लालकुआं स्टोन क्रेशर से बड़ी संख्या में वाहन बरेली रोड पर आते-जाते हैं। इन भारी वाहनों के कारण सड़क बुरी तरह जर्जर हो चुकी है। करीब 40 फुट चौड़ी इस सड़क की हालत यह हो गई है कि किनारे सिमटते जा रहे हैं। अब यह कहीं सात तो कहीं 15 फुट चौड़ाई में आवागमन के लायक रह गई है। सड़क संकरी होने के कारण आये दिन हादसे होते हैं।
धरना-प्रदर्शन की खबर मिलने पर पुलिस और बाद में लालकुआं तहसीलदार युगल किशोर पांडे मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने में वह असफल रहे तो एसडीएम परितोष वर्मा वहां आए। उन्होंने लोगों को आश्वासन देकर शांत किया और धरना खत्म कराया।