Uttarakhand News 29 March 2025: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों ने मांझे से आधे से अधिक कटी गर्दन का सफल उपचार कर मरीज की जान बचाई। ऑपरेशन के बाद मरीज स्वस्थ है और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

एम्स बीते फरवरी माह में मांझे से कटे सात घायलों का सफल उपचार कर चुका हैं। जिनमें बिजनौर उत्तरप्रदेश निवासी नरेश कुमार (43) वर्ष का मामला सबसे गंभीर था। नरेश कुमार अपने पुत्र की बीमारी का इलाज कराने के लिए दोपहिया वाहन से बिजनौर से एम्स आ रहे थे।

हरिद्वार हाईवे पर चीनी मांझे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को एम्स ट्रॉमा सेंटर में लाया गया। ट्रॉमा सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आजम की देखरेख में ट्रॉमा सर्जन डॉ. रूबी, डॉ. संतोष, डॉ. रोहित व एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. अंकित व डॉ. रीना ने जटिलतम सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

डॉ. रूबी ने बताया कि मांझे से मरीज की गर्दन काफी गहरी कट गई थी। जिससे उसकी खाने की नली, सांस नली के साथ ही हृदय से मस्तिष्क में रक्त आपूर्ति करने वाली दाहिनी तरफ की कोशिकाएं पूरी तरह से कट चुकी थीं। काफी रक्त भी बह चुका था।

डाॅ. रूबी ने बताया कि सफल सर्जरी के बाद नरेश को सात दिन तक वेंटिलेटर पर आईसीयू में चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया। उसके बाद मरीज सामान्य रूप से भोजन व सांस ले रहा है। उसे बोलने में भी कोई परेशानी नहीं है।