Uttarakhand News 24 June 2025: रुद्रपुर। रानीखेत की सेवानिवृत्त शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। आरोपितों ने 11 लाख रुपये डिमांड की। जब दोबारा 11लाख रूपये ट्रांसफर के लिए बैंक गई तो पता चला खाते से रुपये गायब है।

धोखाधड़ी की जानकारी होने पर उन्होंने साइबर थाने में इसकी शिकायत की। तहरीर के आधार पर साइबर पुलिस ने अज्ञात पर प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच में जुट गई है।

बाजार रानीखेत जिला अल्मोड़ा निवासी रिटायर्ड शिक्षिका सिराज पत्नी अमीनुर रहमान ने साइबर थाने में दी तहरीर में कहा है कि 19 जून को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया। जिसने खुद को टेलीकाम विभाग का अधिकारी बताते हुए मेरे नंबर से अश्लील फोटो वायरल होना बताया और कहा कि उनकी शिकायत भी आई है। बचने के लिए एक अन्य मोबाइल नंबर 8126776101 से काल आएगी तो रिसीव करना।

इसके बाद इसी नंबर से वीडियो काल आई। जिसने खुद को पुलिसकर्मी बताया। कहा कि उनके नंबर से एक फ्राड नंबर जारी हुआ है। सीबीआइ से व्हाट्सएप काल आएगी। थोड़ी देर बाद 9101632505, 8763852907 से सीबीआइ का लोगो व नाम से व्हटसएप मैसेज व वीडियो काल आई। जिसने खुद को सीबीआइ आफिसर बताते गायबपूछताछ शुरू कर दी। जिसमें नाम, पता, बैक खाते, गहने, जमीन आदि के बारे में पूछा। कहा कि अब डीएसपी साहब बात करेंगे।

वीडियो काल पर पुलिस वर्दी पहना एक व्यक्ति था। उसी दौरान मेरी भांजी भी उन्हें वीडियो काल पर दिखाई दी तो उसे भी सामने रहने को कहा गया। साथ ही कहा कि दो घंटे के अंदर मुंबई पुलिस स्टेशन पहुंचना होगा। वरना अरेस्ट कर ली जाएंगी। इससे वह घबरा गई और उनके द्वारा किए गए अपराध के बारे में पूछा तो आरोपितों ने बताया कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपित नरेश गोयल के गैंग में शामिल होना पाया गया है। केनरा बैंक में उससे मिलकर खाता खुलने और बड़ा ट्रांजेक्शन करने का आरोप लगाया। उसने बुजुर्ग होने की बात कहकर वीडियो काल पर ही सुनवाई की बात कही और कहा संतुष्ट होने पर क्लीयरेंस देंगे।

इस बीच आरोपितों ने फर्जी एफ आइआर, सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी फर्जी अरेस्ट आर्डर, फ्रीज आर्डर आदि दस्तावेज भेजे। जिसपर भरोसा करने के बाद उसने 24 से 72 घंटे काल पर बने रहने और पूछताछ में सहयोग की बात कही। इस दौरान घटना के बारे में किसी को न बताने को कहा गया। आरोपित ने झांसे में लेने के बाद 50 लाख रुपये बताए खाते में भेजने और उसका स्क्रीनशाट व्हाट्सएप पर भेजने को कहा गया। जिसके बाद उसने 50 लाख रुपये रानीखेत के एसबीआइ खाते से बताए गए खाते में आरटीजीएस कर दिया गया।

इसके बाद 11 लाख की फिर से डिमांड की। जब केनरा बैंक रानीखेत वह पहुंची तो दो घंटे के बाद आने को कहा। इस पूरी घटना में वीडियो काल चालू रहा। इस बीच जब ट्रूकालर पर नंबरों की जांच की तो फ्राड प्रदर्शित हुआ और काल भी कट चुका था। जिसके बाद धोखाधड़ी का अहसास हुआ। साइबर थाना प्रभारी अरूण चौहान ने बताया कि पीड़िता सेवानिवृत शिक्षिका है। मामले की जांच में पुलिस टीमें लगा दी गई हैं।