Uttarakhand News 11 July 2025: देहरादून, उत्तराखंड में मानसून की बारिश चरम पर है और पहाड़ से मैदान तक जोरदार वर्षा हो रही है। दून समेत आसपास के क्षेत्रों में भी भारी बारिश आफत बन गई है। बुधवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश ने शहर को तालाब में तब्दील कर दिया। इसके बाद गुरुवार शाम को फिर हुई मूसलाधार बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए।

सड़कों पर भारी जलभराव, घरों-दुकानों में पानी घुसने की घटनाएं, दीवार ढहने और नालियों के ओवरफ्लो होने से सरकारी व्यवस्था की पोल खुलती नजर आई। नदी-नालों के उफान और जगह-जगह भूस्खलन से भी खासा नुकसान हुआ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में नुकसान का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को राहत कार्य के निर्देश दिए। उन्होंने शहर में नालियों की सफाई युद्ध स्तर पर करने और जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में क्विक रिस्पांस टीम तैनात रखने के निर्देश दिए।

130 मिमी बारिश ने शहर में बढ़ाई दुश्वारियां
बुधवार रात और गुरुवार शाम को हुई भारी बारिश से देहरादून जिले के कई क्षेत्रों में दुश्वारियां बढ़ गईं। खासकर मसूरी और दून में 130 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए और ऊंचाई वाले इलाकों में भूस्खलन हुआ।

दून में बारिश के चलते आइएसबीटी, प्रिंस चौक, कचहरी रोड, लैंसडौन चौक, दून अस्पताल चौक, कारगी रोड, भंडारी बाग, रेलवे स्टेशन द्वार, दर्शनलाल चौक समेत दर्जनों इलाकों में जलभराव हो गया। नगर निगम की टीमों को पंप के ज़रिए पानी निकालना पड़ा, फिर भी नागरिकों को आवागमन में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ीं।

थानो और मालदेवता में पिकनिक बना मुसीबत
बारिश के बीच थानो क्षेत्र में नदी में पिकनिक मनाने गए लोगों के फंसने और मालदेवता में थार गाड़ी के बहने की सूचना से हड़कंप मच गया। बताया गया कि बारिश के दौरान कुछ युवक थार गाड़ी से नदी के पास पिकनिक मनाने गए थे और वहां कार को नदी में उतार स्टंट करने लगे, लेकिन जलस्तर बढ़ने पर गाड़ी तेज बहाव में बह गई। हालांकि अब तक गाड़ी में सवार लोगों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी है।

शीशमबाड़ा कूड़ा प्लांट की दीवार फिर गिरी
नगर निगम के शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण प्लांट की दीवार एक बार फिर गिर गई। पिछले वर्ष भी यही दीवार बारिश में ढह गई थी, जिससे अब निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। दीवार ढहने से प्लांट में सड़कों और जंगलों से आया पानी घुस गया। निगम अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया, लेकिन बरसात के चलते मरम्मत कार्य संभव नहीं हो पा रहा।

आपदा नियंत्रण केंद्र खुद बना संकटग्रस्त
विरोधाभासी हालात तब और गंभीर दिखे जब पता चला कि नगर निगम का आपदा नियंत्रण केंद्र खुद बारिश की चपेट में आ गया है। छत से पाइप के ज़रिए पानी कंट्रोल रूम में घुस रहा है और सीढ़ियों में बह रहा है। पास स्थित क्षतिग्रस्त शौचालय के कारण महिला कर्मचारियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

विवेक विहार और ईस्ट विहार में भीषण नुकसान
विवेक विहार भाग तीन और ईस्ट विहार कालोनी में बारिश ने तबाही मचाई। अतिक्रमण और संकरे हो चुके नाले के कारण निर्माणाधीन मकानों की दीवारें गिर गईं और मलबा कॉलोनियों में जमा हो गया। स्थानीय निवासियों और पूर्व पार्षद संजय नौटियाल ने नगर निगम से रास्ता खोलने और मलबा हटाने की मांग की। हालांकि निगम की जेसीबी पहुंची, लेकिन समाधान अधूरा ही रहा।

बाला सुंदरी मंदिर के पास सड़क पर आया मलबा
गुरुवार सुबह कैनाल रोड स्थित बाला सुंदरी मंदिर के पास भारी बारिश से एक दीवार ढह गई, जिससे मलबा मुख्य सड़क पर फैल गया। सूचना मिलने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मौके पर पहुंचे और विभागीय अधिकारियों को तुरंत मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।

शहर के इन क्षेत्रों में अधिक परेशानी
आइएसबीटी क्षेत्र: भारूवाला ग्रांट, हरभजवाला में जलभराव व भूकटाव
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र: देर रात सड़कों पर भारी जलभराव
प्रिंस चौक: ड्रेनेज व्यवस्था पूरी तरह फेल
दून विहार, जाखन, विवेक विहार: घरों में पानी घुसा
कारगी रोड, गांधी रोड, भंडारी बाग: यातायात प्रभावित