Uttarakhand News 11 July 2025 : नैनीताल, विश्व प्रसिद्ध बाबा नीब करौरी स्थापित कैंची धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब धामी सरकार एक्टिव मोड में आ गयी है। जिला प्रशासन के प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए राज्य पर्यटन विभाग की ओर से कैंची धाम को जोड़ने वाली सड़कों तथा मंदिर परिसर का क्षमता निर्धारण शुरू हो चुका है।
सर्वे के लिए मंदिर परिसर सहित प्रमुख लोकेशन पर एएमपीआर या आल इन वन मल्टीपर्पज रिकार्डिंग कैमरे लगाए जा रहे हैं। सर्वे रिपोर्ट के बाद धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण का सिस्टम प्रभावी किया जाएगा। सर्वे टीम के साथ समन्वय के लिए जिलाधिकारी ने कैंची धाम तहसील के एसडीएम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
दरअसल कैंची धाम के स्थापना दिवस 15 जून से पहले जिलाधिकारी वंदना की ओर से शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसमें बताया गया था कि 2021 के बाद चार साल में धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तीन गुना बढ़ी है।
2021 में करीब सात-आठ लाख पर्यटक व श्रद्धालु कैंची धाम के दर्शन को पहुंचे थे जबकि 2022 में 13-14 लाख,, 2023 में 18-19 लाख जबकि 2025 में 25 लाख से अधिक पहुंच गई है। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार 17 मई से नौ जून तक 20 दिन में ही 3.72 लाख से अधिक श्रद्धालु कैंची धाम पहुंचे, रिकार्ड है। हर वीकेंड पर औसतन 20-22 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
इसमें कैंची धाम आने वाले नैनीताल के साथ ही आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी पहुंचे। हालिया सालों में कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की बदौलत नैनीताल में पर्यटन कारोबार पूरे साल चल रहा है। कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की वजह से कैंची धाम के साथ ही नैनीताल में टैक्सी, पर्यटन गाइड, नौकायन का धंधा भी बारहमासी चलने लगा है।
जाम से प्रभावित हो रही है आर्थिकी
नैनीताल: कैंची धाम में लग रहा जाम पूरे कुमाऊं की आर्थिकी को प्रभावित कर रहा है। बढ़ते वाहनों से भवाली-भीमताल, भीमताल-हल्द्वानी, भवाली-नैनीताल मार्ग पर जाम से आपूर्ति तंत्र व परिवहन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
इस बार सीजन में दस किलोमीटर से अधिक के जाम का के इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियो ने यहां के पर्यटन कारोबार तक में असर डाला। जाम की वजह से इस बार मुक्तेश्वर, रामगढ़, नौकुचियाताल, भीमताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिलों का पर्यटन सीजन में कारोबार औसत रहा।
सुझावों को पर्यटन विभाग ने स्वीकारा
नैनीताल: डीएम वंदना सिंह ने बताया कि शासन को चार धाम की तर्ज पर कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण, स्थापना दिवस को छोड़कर अन्य दिनों दर्शनार्थियों की अधिकतम संख्या को निर्धारित करने तथा ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर सकने वालों के लिए हल्द्वानी में आफलाइन पंजीकरण करने का सुझाव दिया गया था, जिसे पर्यटन विभाग ने स्वीकार कर लिया है।
पर्यटन सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक हो चुकी है, जिसमें जिला प्रशासन के प्रस्ताव व सुझावों पर सहमति जताते हुए क्षमता निर्धारण के लिए टीम गठित कर दी है। टीम ने सर्वे भी शुरू कर दिया है। कैंची धाम में बाइपास निर्माण की प्रक्रिया भी तेजी से पूरी की जा रही है।
डीएम ने कहा कि सड़कों व मंदिर परिसर की क्षमता निर्धारण का भी डिजीटल सर्वे किया जा रहा है। इसमें एएमपीआर कैमरों की मदद ली जा रही है। उच्च गुणवत्ता वाले इन कैमरों का सुरक्षा व निगरानी में भी उपयोग किया जाता है।