Uttarakhand News 14 August 2025: उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता जारी है। पहाड़ से मैदान तक बादलों का डेरा है और कहीं-कहीं तीव्र वर्षा के दौर भी हो रहे हैं। दून में बुधवार को सुबह से बादल मंडराने के बाद शाम को झमाझम बारिश हुई।

हालांकि, बुधवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया था। अब मौसम विभाग ने गुरुवार को पूरे प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने और तीव्र वर्षा के दौर हो सकते हैं।

इन जिलों में रात से हो रही है बारिश
उत्तराखंड में कई जिलों में देर रात से बारिश हो रही है, बागेश्वर में लगातार वर्षा के कारण 22 सड़कें मलबा गिरने से बंद हैं। कई स्थानों पर पेड़ भी गिरे हैं। सरयू तथा गोमती नदी उफान पर है। मंडलसेरा तथा सेज, तहसील रोड पर लोगों के घरों में पानी घुस गया है। एक से 12 तक के स्कूल बंद रखे गए हैं।

नैनीताल में भी बीती रात से लगातार बारिश हो रही है। शहर के आधे हिस्से में बिजली गुल है। झील से निकासी भी जारी है। इसके अलावा रुद्रपुर में रात से हल्की और तेज बारिश हो रही है, वहीं पिथौरागढ़ में तेज वर्षा हो रही है।

अल्मोड़ा में बुधवार देर शाम से रुक – रूककर वर्षा का क्रम जारी है। मलबा आने से आठ ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं, कोसी व इसकी सहायक नदियां भी उफान पर हैं, घाटी क्षेत्रों व पहाड़ियों पर घना कोहरा छाया हुआ है। न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

इसके अलावा रानीखेत व आसपास के इलाकों में देर रात से लगातार वर्षा हो रही है। चंपावत जिले में कल देर शाम से मूसलाधार वर्षा का दौर जारी है। स्वाला और संतोला में हुए भूस्खलन की वजह से टनकपुर-चंपावत-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच आवागमन ठप है। जिले में लगाकर तीसरे दिन 12वीं तक के स्कूल बंद रखे गए हैं।

बुधवार को मौसम का हाल
बुधवार को सुबह दून में आंशिक बादल छाये रहे। कहीं-कहीं हल्की धूप भी खिली और दिनभर उमस ने बेहाल किया। हालांकि, शाम को करीब साढ़े चार बजे झमाझम बारिश का क्रम शुरू हो गया और देर शाम तक रुक-रुककर वर्षा होती रही। हालांकि, पहाड़ों में कहीं-कहीं जोरदार बारिश हुई। चमोली और रुद्रप्रयाग में कहीं-कहीं झमाझम वर्षा हुई।

IMD का अलर्ट
कुमाऊं में भी मध्यम वर्षा के दौर हुए। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज प्रदेशभर में घने बादल छाये रहने और सभी जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

पर्वत शृंखलाओं का श्वेत आवरण
उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त हर्षिल घाटी में जहां दिन और रात बोझिल हैं। अजीब सा सन्नाटा पसरा है। शोर है तो नदियों के उफनाने का। गुहार है तो सिर्फ मदद की। गड़गड़ाहट है तो हेलीकाप्टर की।

इन सबके बीच गंगोत्री हाईवे से सुखी टाप से जो नजारा दिखा उसमें हर्षिल घाटी सफेद चादर में लिपटी नजर आई। आसमान में मंडरा रहे बादल पर्वत शृंखलाओं को छूने का बेताब दिखे। यह श्वेत आवरण सुकून देने वाला था।