Uttarakhand News 16 August 2025 रानीखेत भुजान क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के बाद शुक्रवार को रानीखेत–खैरना स्टेट हाईवे पर भूस्खलन का खतरा गहरा गया। कनवाड़ी की पहाड़ी दरकने से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा सड़क पर आ गया, जिससे करीब छह घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा। वहीं उपराड़ी क्षेत्र में भी पहाड़ी खिसकने से चट्टानें गिरने की आशंका बनी हुई है। हालांकि शनिवार को बारिश थमने से कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं है।

छह घंटे बाधित रहा यातायात

भूस्खलन के कारण शुक्रवार को हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) की ओर से मलबा हटाने के लिए मशीनें तुरंत भेजी गईं। देर रात तक रुक-रुककर पत्थर गिरने से हालात खतरनाक बने रहे। शनिवार को सड़क से मलबा हटाने के बाद यातायात दोबारा शुरू कराया गया।

स्थायी समाधान की मांग

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में भूस्खलन बार-बार लोगों की जान और संपत्ति को जोखिम में डालता है। सामाजिक कार्यकर्ता और प्रधान प्रतिनिधि रमेश सिंह खनायत, पूर्व सरपंच पातली आनंद सिंह और बालम सिंह मेहरा ने भूस्खलन प्रभावित पहाड़ी पर स्थायी व ठोस कार्य कराने की मांग उठाई है, ताकि भविष्य में संभावित खतरों को कम किया जा सके।