Uttarakhand News 18 Nov 2025 देहरादून। उत्तराखंड में राशन की दुकानों पर मिलने वाले आयोडीन युक्त नमक में मिलावट की आशंका अब सच साबित हुई है। रुद्रपुर स्थित लैब की जांच रिपोर्ट में नमक में रेत जैसे सूक्ष्म अघुलनशील तत्व पाए गए हैं। रिपोर्ट आते ही खाद्य आयुक्त रणवीर सिंह चौहान ने पूरे राज्य में आयोडाइज्ड नमक के उठान पर तत्काल रोक लगा दी है।

प्रदेश भर में हर महीने वितरित होने वाले 1400 मीट्रिक टन आयोडाइज्ड नमक का वितरण अब फिलहाल रोक दिया गया है। इसके साथ ही आपूर्ति करने वाली संस्था एनसीसीएफ (राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड) को नोटिस भी जारी कर दिया गया है।

नमक कैसे वितरित होता है?

  • यह नमक नमक पोषण योजना के तहत बंटता है।
  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र राशन कार्डधारकों को हर माह 1 किलो आयोडाइज्ड नमक 8 रुपये में मिलता है।
  • इसका वितरण केंद्र सरकार द्वारा नामित संस्था एनसीसीएफ करती है।

मामला कब सामने आया?

  • सितंबर में पहली बार कई राशन कार्डधारकों ने शिकायत की कि नमक में रेत जैसी अशुद्धि है।
  • राज्य सरकार ने तुरंत जांच की घोषणा की और नमूने रुद्रपुर खाद्य एवं औषधि परीक्षण लैब में भेजे।
  • पहले लॉट की जांच में मिलावट साबित नहीं हो सकी।
  • लेकिन दूसरे लॉट की जांच में नमक में अघुलनशील तत्व पाए गए, जिससे मिलावट का खुलासा हुआ।

कार्रवाई क्या होगी?

  • एनसीसीएफ को नोटिस भेज दिया गया है।
  • मिलावट पाए जाने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
  • जब तक स्पष्ट जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, नमक का वितरण पूरी तरह रोक दिया गया है।

खाद्य आयुक्त रणवीर सिंह चौहान ने स्पष्ट कहा है कि “उपभोक्ता सुरक्षा सर्वोपरि है। नमक की गुणवत्ता सुनिश्चित किए बिना वितरण नहीं होगा।