Uttarakhand News हरिद्वार, 18 Nov 2025। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के रुड़की में एक युवती द्वारा अपने मामा से विवाह करने की जिद ने परिजनों की परेशानी बढ़ा दी है। युवती के लगातार मना करने व परिजनों द्वारा कई संबंध सुझाने के बाद भी उसकी जिद न टूटने पर परिजन गंगनहर कोतवाली पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस से इस गंभीर पारिवारिक स्थिति में सहायता की मांग की।
पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार युवती को समझाने का प्रयास किया जा रहा है और पूरा प्रकरण सामाजिक मर्यादाओं व पारिवारिक तनाव के चलते अत्यंत संवेदनशील हो गया है।
ननिहाल में रहने के दौरान हुई मामा से निकटता
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली युवती कुछ समय से अपने ननिहाल में रह रही थी। इसी अवधि में उसका अपने मामा के साथ अत्यधिक निकटता बनती चली गयी, जिसे परिवार सामान्य स्नेह समझता रहा। परंतु समय के साथ युवती का व्यवहार परिजनों को असहज करने लगा, क्योंकि वह अपने निर्णयों में परिवार की इच्छा को महत्व देना बंद करने लगी। परिजन बताते हैं कि ननिहाल में रहने के दौरान युवती का दृष्टिकोण भी बदलता गया और वह घर लौटने के बाद कई विषयों पर परिवार से असहमति जताने लगी।
परिजनों ने कई युवकों के संबंध सुझाए-लगातार ठुकराती रही प्रस्ताव
परिजन बताते हैं कि युवती की आयु विवाह योग्य होने पर उन्होंने उसके लिए उपयुक्त वर तलाशना शुरू किया। पहले एक युवक का प्रस्ताव रखा गया जिसे युवती ने यह कहकर ठुकरा दिया कि वह उससे विवाह नहीं करना चाहती। इसके बाद परिजनों ने चार अन्य युवकों के प्रस्ताव भी सुझाए, परंतु युवती ने सभी को अस्वीकार कर दिया। परिजन इस बात से हैरान थे कि वह कितनी दृढ़ता से हर प्रस्ताव को ठुकराती जा रही है।
युवती ने बताई अपनी जिद, बोली—मामा से ही विवाह करना चाहती हूँ
जब परिजनों ने उससे उसकी वास्तविक इच्छा जानने का प्रयास किया तो युवती ने स्पष्ट कहा कि वह अपने मामा से प्रेम करती है और उसी से विवाह करना चाहती है। यह सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए, क्योंकि हिंदू सामाजिक संरचना में मामा-भांजी का संबंध पवित्र व घनिष्ठ पारिवारिक रिश्ते के रूप में माना जाता है और विवाह की दृष्टि से सर्वथा निषिद्ध है। युवती का यह कथन उसके परिजनों को भीतर तक विचलित कर गया तथा परिवार में तनाव की स्थिति बन गयी।
पुलिस के पास पहुँचे परिजन-कार्रवाई व सहायता की मांग
युवती को परिजनों ने समझाने का प्रयास किया, उसे सामाजिक परंपराओं व पारिवारिक संबंधों की मर्यादा भी समझाई, परंतु उसने अपनी जिद नहीं छोड़ी। स्थिति बिगड़ते देख सोमवार को परिजन गंगनहर कोतवाली पहुंचे और पुलिस से सहायता की मांग की। पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह मामला सामाजिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील होने के कारण पुलिस युवती से विस्तृत वार्ता कर रही है तथा उसे इस अनुचित निर्णय के दुष्परिणाम समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
गंगनहर कोतवाली के कार्मिकों का कहना है कि परिवार इस मानसिक दबाव से गुजर रहा है और युवती भी भावनात्मक रूप से विचलित प्रतीत हो रही है। ऐसे में पुलिस स्थिति को धैर्यपूर्वक समझते हुए दोनों पक्षों को उचित समाधान की दिशा में मार्गदर्शन देने का प्रयास कर रही है। परिजन भी आशा कर रहे हैं कि युवती जल्द ही सामाजिक मर्यादाओं व पारिवारिक हित को समझते हुए उचित निर्णय लेगी।







