Uttarakhand: उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल में स्थित शहर जोशीमठ की दीवारें दरक रहीं हैं. घरों की दीवारों से पानी बह रहा है. जमीन धंस रही है. वहां के लोग दशहत में जी रहे हैं कई इलाकों में लैंडस्लाइड और दरकती दीवारों ने सबको चौंका दिया है. वहां के लोगों की रातों की नींद हराम हो गयी है. बहुत से लोगों ने अपना आशियाना छोड़कर पलायन कर लिया हैं.
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक उच्च स्तरीय बैठ बुलाई. जिसमें सम्बंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए. कि तत्काल सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाया जाए.और निर्देश दिया कि जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना बनाई जाए. और तत्काल डेंजर जोन को खाली करवाया जाए और इसके साथ ही आपदा कंट्रोल का रूम युद्ध स्तर पर निर्माण किया जाए. और तुरंत सम्बंधित अधिकारी कार्रवाई में जुट भी गए हैं.
सरकार देगी किराया – राज्य सरकार के मुताबिक जिन लोगों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं है, उन लोगों को किराए के मकान में रहने के लिए ₹4000 प्रति परिवार 6 महीने तक सरकार द्वारा सहायता दी जाएगी. ये सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में से दी जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि अब तक 500 से ज्यादा घरों में दरार आ चुकी है. इनमें से कई परिवारों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है.
इस डरावनी घटना से पूरा शहर सहमा हुआ है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस सुरक्षा बल को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है. इस दौरान प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंची भूगर्भीय टीम और आपदा प्रबंधन, प्रशासन की टीम मौके पर निरीक्षण कर रही है. राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखना. जिसको लेकर प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है.