XBB.1.5 Covid variant: अमेरिका में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब-वैरिएंट XBB.1.5 के कई मामले सामने आए हैं। अमेरिका के लगभग 40 प्रतिशत केस इसी वैरिएंट के हैं। यह वैरिएंट्स BQ1 वैरिएंट की तुलना में 120 प्रतिशत तेजी से फैलता है।
Uttarakhand News 31 December 2022: कोरोना के बढ़ते हुए मामलों ने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं। चीन में तबाही मचा रहा ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF.7 पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन चुका था। इसके मामले भारत में भी लगातार मिल रहे हैं। कोरोना केसों के बढ़ने के बाद से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और इस लेकर कई हाई लेवल बैठकें भी हो चुकी हैं। इस बीच अमेरिका से एक और बड़ी खबर सामने आई है। वहां पर एक और खतरनाक वैरिएंट तबाही मचा रहा है। यब ऑमिक्रॉन का XBB.1.5 वैरिएंट है और यह BQ1 वैरिएंट से 120 गुना तेजी से फैलता है।
मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइकल ओस्टरहोम (Dr. Michael Osterholm) ने बताया कि अमेरिका में कोविड-19 के 40 प्रतिशत से अधिक मामले ओमिक्रॉन XBB.1.5 के कारण फैल रहे हैं। इस वैरिएंट से पीड़ित मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई है।
XBB को पहली बार अगस्त में भारत में पहचाना गया था। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट एंड्रयू पेकोज (Andrew Pekosz) के मुताबिक, “XBB.1.5 वैरिएंट में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है जो इसे शरीर की कोशिकाओं से बेहतर तरीके से जुड़ जाता है। वायरस को शरीर की कोशिकाओं में कसकर बंधने की जरूरत होती है ताकि वे आसानी से अंदर जाकर संक्रमण फैला सकें। महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग (Eric Feigl-Ding) के अनुसार, यह नया वैरिएंट बीक्यू और एक्सबीबी की तुलना में ज्यादा बेहतर तरीके से शरीर की इम्युनिटी से लड़कर बच निकलने में सक्षम है। नया वैरिएंट बीक्यू और एक्सबीबी की तुलना में इस वैरिएंट की इन्फेक्शन रेट बहुत ज्यादा है।
वायरोलॉजिस्ट जी कांग (Virologist G Kang) के अनुसार, XXB सभी ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट्स की तरह है। डेटा से पता चलता है कि XBB15 वैरिएंट BQ1 वैरिएंट की तुलना में 108 प्रतिशत तेज था लेकिन अधिक डेटा प्राप्त होने के बाद यह 120 गुना तेज (खतरनाक) है।