Uttarakhand News 05 April 2025: तापमान बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ने लगी है। शुक्रवार दोपहर रानीबाग के जंगल में आग लग गई। जैसे-तैसे उस पर काबू पाया गया, मगर देर शाम यह फिर धधकी तो बेकाबू हो गई। तब वन विभाग ने भी नियंत्रण पाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। हालात यह हो गई देर रात तक जंगल में सौ-सौ मीटर ऊंची लपटें उठती हुई नजर आईं। आग की शुरुआत दोपहर करीब दो बजे हुई। आग कैसे लगी, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

आग लगने की सूचना पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महेश भंडारी ने वन विभाग को दी। इस पर वन विभाग की टीम रेंजर मुकुल शर्मा के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। यहां उन्होंने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। बाद में तेज हवा चलने और मौके पर सुलगते ढेर भी धधक उठे, इससे शाम 6:30 बजे आग फिर धधक गई। आग का विकराल रूप देखकर गणेश भट्ट व अन्य ग्रामीणों ने अपने घर तक आग आने से रोकने के लिए निजी संसाधनों से आसपास की आग बुझाई। जबकि जंगल में आग पर काबू पाने का कोई इंतजाम नहीं हो सका।

पूरे क्षेत्र में धुंध फैल गई। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महेश भंडारी का कहना है कि दोबारा आग लगने की सूचना उन्होंने वन विभाग को दी। इसके बावजूद कोई आग बुझाने नहीं पहुंचा। लोगों ने आग जल्द से जल्द बुझाने की मांग की है।

अगल रेंज बताकर की टील-मटोल
रानीबाग के ग्रामीणों का कहना है आग मनोरा रेंज में लगी है, लेकिन इस रेंज के रेंजर फतेहपुर रेंज बताकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहें है। दोपहर दो बजे आग लगने पर मनोरा रेंज की ही टीम पहुंची, शाम को टाल-मटोल की। इस संबंध में फतेहपुर रेंज के रेंजर ख्याली राम से भी सपंर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई।

डीएफओ ने दिया टीम भेजने का आश्वासन
मनोरा और फतेहपुर रेंज के अधिकारी जब ग्रामीणों की सूचना पर टालमटोल करते नजर आए तो उन्होंने इसकी सूचना डीएफओ नैनीताल चंद्रशेखर जोशी को दी। उन्होंने दोनों रेंज की टीम को फटकार लगाते हुए शीघ्र आग पर काबू पाने के निर्देश दिए हैं।