Uttarakhand News 17 July 2025: हल्द्वानी शहर की सड़कों पर ई-रिक्शा मौत का सामान लादकर दौड़ रहे हैं। सवारी वाहन के रूप में पंजीकृत ई-रिक्शा पैसों के लालच में लोडर वाहन के रूप में संचालित होकर अपने और दूसरों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। पिकअप, कैंटर और ट्रक चालक भी नियमों को धुएं में उड़ाकर बिना सुरक्षा उपायों के सरिया आदि सामान लेकर दौड़ रहे हैं।

ऐसे में कभी भी दुर्घटना हो सकती है।जिले में 26 हजार से ज्यादा वाहन गुड्स कैरियर में पंजीकृत हैं। इसमें ही कैंटर, ट्रक आदि वाहन आते हैं। कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी में खाद्यान्न से लेकर जरूरी सामान बहुतायत में आता है और यहां से लोड होकर पर्वतीय क्षेत्रों के लिए जाता है। इनमें से अधिकतर वाहन परिवहन विभाग के नियमों को ताक पर रख रहे हैं। शहर में भी एक स्थान से दूसरे तक सरिया, पाइप आदि के परिवहन में सुरक्षा उपायों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। शहर में करीब पांच हजार ई-रिक्शा सवारी ढोने के साथ सामान भी ढो रहे हैं।

 इनसे लोहे की सरिया, पानी की टंकी, बिजली के पाइप और टेंट का सामान तक ले जाया जाता है। सामान का ज्यादा भाग वाहन के पीछे और आगे की ओर लटका रहता है। ऐसे में ई-रिक्शा के आगे व पीछे दोनों तरफ चलने वालों के लिए हादसे का खतरा बना रहता है। इन वाहन चालकों की मनमानी पर रोक नहीं लग पा रही है।