Uttarakhand News 09 Dec 2024: हल्द्वानी। Cyber Crime in Nainital: साइबर अपराध अब गंभीर किस्म के अपराधों के मामले पुलिस-प्रशासन के लिए कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो चुका है। इसमें पीड़ित को लाखों-करोड़ों का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

ज्यादातर मामलों में पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती और जिन तक पहुंचती भी है तो उनमें ज्यादातर को सजा भी नहीं मिल पाती है। इससे साइबर अपराधियों के हौसले और बुलंद हो चुके हैं। नैनीताल जिले में पिछले दो साल में 3712 लोगों को साइबर ठगों ने ऑनलाइन लूटा है।

दो वर्षों में ठग 2.70 करोड़ रुपये हड़प चुके
इन दो वर्षों में ठग 2.70 करोड़ रुपये हड़प चुके हैं। हर दिन 30 लोगों को साइबर ठग टारगेट कर रहे हैं। साइबर अपराध अब लोगों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। तेजी के साथ बढ़े तकनीक के चलन और भुगतान की ऑनलाइन प्रणाली के साथ अपराध का ट्रेंड भी बदलता जा रहा है। जहां पहले अपराधी लूट, चोरी, डकैती या अपहरण के माध्यम से आर्थिक अपराध को अंजाम देते थे, वहीं अब तकनीक का दुरुपयोग उनका मुख्य हथियार बन चुका है।

देश और विदेश से साइबर अपराधी आसानी से जनता की कमाई पर ऑनलाइन डाका डाल रहे हैं। वर्ष 2023 की बात करें तो नैनीताल जिले में साइबर ठगों ने 1638 लोगों के संग ठगी की, जिसमें 1.43 करोड़ रुपये गंवाने पड़े। वहीं, वर्ष 2024 में अभी तक साइबर ठग 2074 लोगों को निशाना बनाकर 1.26 करोड़ रुपये हड़प चुके हैं।

वर्ष 2020 के बाद तेजी से बढ़ा साइबर अपराध
नैनीताल जिले में वर्ष 2020 से 2022 के बाद साइबर अपराध तेजी से बढ़ा। यह दौर कोरोना का था। कोरोना के बाद जिस तरह से वर्क फ्राम होम का चलन बढ़ा। उसी तरह से साइबर ठगी भी तेजी से बढ़ी। साइबर ठगों ने वर्क फ्राम होम नौकरी या व्यापार का लालच देने के साथ ही तरह-तरह के लालच देकर लोगों को चूना लगाया। घर बैठे रुपये कमाने की चाहत में पीड़ितों ने अपनी पूरी जमा पूंजी साइबर ठगों के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी।

नेटवर्क तोड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
साइबर अपराधियों का नेटवर्क तोड़ना पुलिस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो लाइक करना या किसी चैनल व एप को डाउनलोड कराकर या सबस्क्राइब कराकर भी ठगी की जा रही है। पहले साइबर अपराध में बिहार, झारखंड, हरियाणा व राजस्थान और दिल्ली के कुछ विशेष क्षेत्रों का नाम सामने आते थे, लेकिन अब कनेक्शन विदेशी साइबर ठगों के मिलने लगे हैं।