Uttarakhand News 07 June 2024: हल्द्वानी के खेड़ा में पेयजल किल्लत से परेशान हो रहे लोगों ने बुधवार को खाली बर्तन लेकर प्रदर्शन किया। विभाग का कहना है कि पंपसेट बदलकर नई मोटर लगाई है। टैंकों को भरने के बाद आपूर्ति कराई जा रही है।
हल्द्वानी के खेड़ा में पेयजल किल्लत से परेशान हो रहे लोगों ने बुधवार को खाली बर्तन लेकर प्रदर्शन किया। विभाग का कहना है कि पंपसेट बदलकर नई मोटर लगाई है। टैंकों को भरने के बाद आपूर्ति कराई जा रही है।
खेड़ा में नलकूप की मरम्मत के बाद भी घरों में पानी नहीं आने आ रहा है। लोगों का आरोप है कि जेजेएम की योजना का कार्य अधूरा है। दो-तीन महीनों से नलों में पानी नहीं आ रहा है। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन सिंह बिष्ट, उपग्राम प्रधान ललित जोशी, विक्की जोशी, चंपा जोशी, मंजू शर्मा, दीपा भट्ट आदि रहीं। जल संस्थान ग्रामीण के ईई नंद किशोर का कहना है कि खेड़ा में जल संस्थान के खराब नलकूप को ठीक करा दिया गया है। कुछ इलाकों में दिक्कत हो रही है, वहां टैंकरों से पानी बांटा गया है। गांव में जल जीवन मिशन का कार्य कराया जा रहा है। वहीं, बृहस्पतिवार को गौला से पानी घटने से शीतलाहाट प्लांट से एक घंटा सप्लाई प्रभावित रही। सहायक अभियंता नीरज तिवारी ने बताया कि एक घंटे बाद आपूर्ति सुचारु हो गई थी।
ताज चौराहा नलकूप की मरम्मत का कार्य जारी
ताज चौराहा चौराहा स्थित नलकूप से डिस्चार्ज घटने पर नलकूप की मरम्मत का कार्य किया गया। इस दौरान दो हजार की आबादी को टैंकर भेजकर आपूर्ति कराई गई। ईई आरएस लोशाली ने बताया कि पेयजल संकट वाले इलाकों में टैंकरों से पानी बांटा गया है।
गौलापार नहर का काम पूरा, 100 क्यूसेक पानी की होगी आपूर्ति
गौलापार क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छी खबर है। सिंचाई विभाग ने गौलापार मुख्य नहर में बाढ़ सुरक्षा के कार्य लगभग पूरे करते हुए नहर को चालू कर दिया है। नहर की क्षमता बढ़कर अब 100 क्यूसेक हो गई है। अक्तूबर 2022 में आई आपदा में गौलापार मुख्य नहर क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा था। हालांकि इन दिनों गौला नदी का जलस्तर कम होने के कारण तीन दिन में एक बार नहर में पानी छोड़ा जाएगा। इससे क्षेत्र के दर्जनों गांवों के 10,000 से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। सिंचाई विभाग के सब डिवीजन अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि गौलापार नहर को चालू कर दिया गया है। यहां 95 फीसदी कार्य पूरे हो गए हैं। यहां सुरक्षात्मक दीवार और वायरक्रेट संबंधी शेष कार्य भी जल्द ही पूरे हो जाएंगे। इस दौरान सिंचाई व्यवस्था में कोई व्यवधान नहीं होगा।