Uttarakhand News, 13 June 2023: देहरादून: उत्तराखंड में लगातार सामने आ रहे धर्मांतरण के मामलों ने शासन से लेकर प्रशासन के लिए चिंता व चुनौती पैदा कर दी है. पहाड़ से लेकर प्लेन तक इन मामलों में इजाफा हो रहा है. इससे सरकार और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर असर पड़ा है. देहरादून के डोईवाला में 11 जून को हिंदू युवती पर मुस्लिम समुदाय के युवक द्वारा संबंध बनाने और शादी का दबाव बनाने का विवाद धर्मांतरण के मुकदमे के रूप में दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपी आसिफ मनान के खिलाफ धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसके अलावा इस मामले से जुड़े दो और मुकमदे पुलिस ने दर्ज किये हैं. पुलिस ने आरोपी की पिटाई करने वाले शख्स और आरोपी के दोस्तों के खिलाफ भी एक अन्य मामले में मुकदमा दर्ज किया है.

जानें पूरा मामलाः 11 जून की रात डोईवाला निवासी आसिफ मनान को हिंदू संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने हिमालयन हॉस्पिटल के पास से पकड़कर पिटाई करते हुए डोईवाला पुलिस के सुपुर्द किया था. जानकारी के मुताबिक, आसिफ मनान पर आरोप है कि उसने मेडिकल की छात्राओं को नशे का आदी बनाया. जांच में यह भी बात सामने आई कि आसिफ ने छात्राओं को अपने प्यार के जाल में फंसाकर शारीरिक संबंध भी बनाए. मामले की जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठन और स्थानीय निवासियों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की. इसके बाद पुलिस ने भी इस पूरे मामले पर युवती के साथ संबंध बनाने और जबरन शादी करने व जबरन धर्मांतरण की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया.

हिंदू संगठन और मुस्लिम समुदाय ने कराया मुकदमा दर्ज: इसके अलावा हनुमान चालीसा टोली के संस्थापक सुबोध नौटियाल ने आसिफ मनान के साथी शाहरुख (नामजद) और उसके कुछ दोस्तों (अज्ञात) के खिलाफ गाली गलौज और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है. जबकि भोगपुर निवासी साहिल अली ने हिंदू संगठन से जुड़े नरेश उनियाल, प्रदीप जेटली, वैभव पाल, नितिन पंवार, सुबोध नौटियाल सहित अन्य पर मुस्लिम समुदाय के युवक के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है.

छात्राओं को दी गई धमकी: हिंदू संगठन के मुताबिक आसिफ ने पहले तीन युवतियों को नशे की लत लगाई और उसके बाद उनका शारीरिक शोषण किया. उसके साथ उसका एक दोस्त भी इसी तरह के कामों में उसका साथ देता था. मामला तब सामने आया जब मेडिकल छात्राओं को आपत्तिजनक तस्वीर दिखाकर उसे वायरल करने की धमकी दी जा रही थी. इस मामले में डोईवाला निरीक्षक राजेश शाह का कहना है कि तमाम पहलुओं की जांच की जा रही है. अभी हमने छात्राओं के बयान अधिकारिक तौर पर दर्ज नहीं किए हैं. जल्द ही छात्राओं के बयान दर्ज किए जाएंगे.