Uttarakhand News 11 July 2025: हल्द्वानी : कुमाऊं मंडल में लगातार सामने आ रहे भूमि घोटालों और धोखाधड़ी के मामलों पर अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। भूमि की खरीद-फरोख्त में पारदर्शिता लाने और आम लोगों को ठगी से बचाने के लिए अब ज़मीन की तस्दीक (वेरिफिकेशन) अनिवार्य कर दी गई है। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में आयोजित “लैंड फ्रॉड समन्वय समिति” की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
बार-बार बेची जा रही है एक ही ज़मीन

बैठक में सामने आया कि कुमाऊं क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें एक ही ज़मीन को बार-बार बेचा जा रहा है या खरीदार को जिस खसरा नंबर की ज़मीन बेची जा रही है, उस पर कब्जा न देकर कहीं और कब्जा दिया जा रहा है। इसके अलावा कई विक्रेता अपनी हिस्सेदारी से अधिक भूमि का विक्रय कर रहे हैं, जिससे न केवल कानूनी विवाद बढ़ रहे हैं, बल्कि आम जनता आर्थिक और मानसिक शोषण का शिकार हो रही है।
अब होगी ज़मीन की कानूनी जांच

इन अनियमितताओं को रोकने के लिए समिति ने फैसला किया है कि अब कोई भी व्यक्ति ज़मीन खरीदने से पहले तहसील कार्यालय में एक आवेदन देकर उस भूमि की तस्दीक कराएगा। इस प्रक्रिया में निम्न जानकारियाँ जांची जाएंगी:

ज़मीन की कानूनी स्थिति क्या है

खसरा नंबर और खातेदारी की वास्तविकता

भूमि पर कोई ऋण, पूर्व विक्रय, कब्जा या विवाद तो नहीं है

तस्दीक पूरी होने के बाद ही रजिस्ट्री प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इससे फर्जीवाड़े, दोहरी बिक्री और धोखाधड़ी पर अंकुश लगेगा।
आयुक्त ने दिए सख्त निर्देश

कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर इस निर्णय का तत्काल अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि:

तस्दीक प्रक्रिया को सभी तहसीलों में तुरंत लागू किया जाए

आम जनता को इसके बारे में जागरूक किया जाए

व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार हो

ज़मीन धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए

आम जनता से अपील

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना तस्दीक कराए किसी भी भूमि की रजिस्ट्री न कराएं और पूर्ण जानकारी के बाद ही किसी भी भूमि सौदे को अंतिम रूप दें।

यह नई व्यवस्था भू-माफिया पर लगाम कसने और आम लोगों को कानूनी सुरक्षा देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। इससे कुमाऊं मंडल में पारदर्शी और सुरक्षित भूमि खरीद की प्रक्रिया स्थापित होने की उम्मीद है।