Uttarakhand News, 12 November 2022: मुंबई में अचानक खसरा के मामले (measles cases in mumbai) बढ़ने लगे हैं और 3 बच्चों की मौत भी हो चुकी है. इसके लक्षण और बचाव क्या हैं, जान लें.
पोलियों के बाद एक और घातक बीमारी खसरा बच्चों में वापस से अटैक करने लगी है. मुंबई में पिछले तीन दिन में खसरा से तीन बच्चों की जान जा चुकी है. ऐसे में जरूरी हो गया है कि इस बीमारी और इसके बचाव के बारे में जाना जाए.
खसरा का दूसरा नाम मीजल्स रूबेला (Measles Rubella) भी होता है. बता दें कि खसरा सबसे संक्रामक वायरल डिजीज में से एक है जो एक से दूसरे में आसानी से फैल जाती है. बच्चे इसके शिकार सबसे ज्यादा होते हैं. खास बात ये है कि बच्चों में खसरे के टीके के बाद भी इंफेक्शन हो गया था.
मुंबई में बच्चों में खसरे पर जो रिपोर्ट आई है उसमें इस बीमारी से करीब 29 बच्चों को पीड़ित पाया गया है. खास बात ये है कि करीब 50 प्रतिशत बच्चों को खसरा का टीका लगा हुआ था. जिसमें से कुछ बच्चों को 9 महीने से कम उम्र में ही पहली मीजल्स वैक्सीन लग चुकी थी. खसरा एक खतरनाक इंफेक्शन है, जिसकी कोई दवा मौजूद नहीं है. खसरा के लक्षणों पर ध्यान देकर ही इस बीमारी को रोका जा सकता है.
क्या है खसरा की बीमारी?
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, खसरा के तेजी से फैलने वाला संक्रमण है, जो paramyxovirus family के वायरस के कारण होता है. यह वायरस सबसे पहले रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को चपेट में लेता है और फिर खांसी-जुकाम या सीधे छूने पर स्वस्थ लोगों को शिकार बनाता है. खसरा का प्रकोप हर 2 से 3 सालों में देखने को मिल जाता है और पिछले प्रकोप में करीब 1.4 लाख लोगों ने जान गंवा दी थी.
शुरुआत में दिखते हैं खसरा के 4 लक्षण
सीडीसी के मुताबिक, खसरा छोटे बच्चों के लिए काफी खतरनाक इंफेक्शन साबित हो सकता है. जिसके संपर्क में आने के 7 से 14 दिनों में 4 प्रमुख लक्षण दिखते हैं.
104 डिग्री तक तेज बुखार
खांसी
नाक बहना
लाल आंखें या आंखों में पानी आना
खसरा के शुरुआती लक्षण दिखने के बाद
संक्रमित बच्चे में खसरा के शुरुआती लक्षण (measles first symptoms) दिखाई देते हैं, तो उसके 2 से 3 दिन बाद मुंह के अंदर छोटे-छोटे सफेद दाग विकसित होने लगते हैं. वहीं, 3 से 5 दिन के भीतर शरीर पर लाल-सपाट दाने आने शुरू हो जाते हैं. खसरा के दाने बच्चे के चेहरे, गर्दन, धड़, हाथ, पैर और तलवों पर हो सकते हैं.
खसरा से बचाव और इलाज
खसरा से बचने का एकमात्र तरीका इसका टीका लगवाना है. खसरा से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें मीजल्स वैक्सीन के 2 शॉट लगाए जाते हैं. क्योंकि, अभी तक खसरा की कोई दवा मौजूद नहीं है. खसरा होने के बाद सिर्फ इसके लक्षणों को काबू में करके इलाज किया जाता है.
खसरा होने के बाद क्या करें?
NHS के मुताबिक, अगर बच्चे को खसरा की बीमारी हो गई है, तो उसे आराम करने दें. संक्रमित बच्चे के पास दूसरा बच्चा ना जाने दें. पानी और जूस पिलाएं और पानी की कमी न होने दें. भीगी रूई से बच्चे का शरीर साफ करें. डॉक्टर की सलाह पर बुखार की दवा दें. अपनी साफ-सफाई का ध्यान रखें. बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ अच्छी तरह धोएं.