Uttaranchal News, 17 november 2022 : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा (measles) के केस तेजी से बढ़ रहे हैं| हालात बिगड़ते देख  बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कमर कस ली है, BMC के मुताबि खसरे का प्रकोप मुंबई के 8 वार्डों में फैला हुआ है| इसमें भी सबसे ज्यादा केस एम-ईस्ट वार्ड से हैं, इस वार्ड में गोवंडी और आसपास के इलाके शामिल हैं|

मुंबई में 8 मंडलों की झुग्गियों में अब तक 164 खसरे के मरीज मिल चुके हैं इनमें से ज्यादातर मरीज गोवंडी के हैं| कस्तूरबा अस्पताल में खसरे के लक्षण वाले 61 मरीजों को भर्ती कराया गया है. इनमें से पांच मरीज गहन चिकित्सा इकाई में हैं. एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया है. मुंबई नगर निगम के 24 वार्ड कार्यालयों में से 8 वार्डों में बड़ी संख्या में मरीज पाए जाने की बात सामने आई है. सबसे ज्यादा मरीज गोवंडी एम ईस्ट डिवीजन में मिले हैं| खसरे के मामलों को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम ने कई अस्पतालों में खसरे के लक्षण वाले रोगियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं, मुंबई के चिंचपोकली में स्थित कस्तूरबा अस्पताल में 5 वेंटिलेटर के अलावा सबसे ज्यादा 83 बेड उपलब्ध हैं|

BMC के मुताबिक अब तक मुंबई में खसरा के कारण 7 संदिग्ध मौतें हो चुकी हैं| हाल ही में मुंबई में ऐसे 184 नए केस भी सामने आए हैं, जिसमें पीड़ितों को खसरा होने की संभावना है इन लोगों को बुखार के साथ शरीर में दाने की समस्या आ रही है. इन मामलों के बाद अब शहर में खसरे के संदिग्ध मरीजों की संख्या 1,263 हो गई है. इनमें 647 मरीज 1 से 4 साल के बच्चे हैं|

खसरे के चलते मुंबई में सोमवार को एक साल के बच्चे की मौत हो गई| नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि नल बाजार इलाके की बच्ची का चिंचपोकली में नगर निगम द्वारा संचालित कस्तूरबा अस्पताल में पिछले एक सप्ताह से इलाज चल रहा था. नगर निगम का कहना है कि संक्रमण के कारण 7 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है, लेकिन इसका सही कारण जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा|

पिछले सप्ताह ही केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मुंबई में खसरे के मामलों में बढ़ोतरी का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम का गठन किया था. यह टीम सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करेगी और जरूरी नियंत्रण और रोकथाम उपायों के संचालन की सुविधा प्रदान करेगी|

मुंबई के लिए 3 सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), नई दिल्ली, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी), नई दिल्ली और क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय, पुणे, महाराष्ट्र के विशेषज्ञ शामिल हैं. इस टीम का नेतृत्व डॉ. अनुभव श्रीवास्तव, उप निदेशक, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), एनसीडीसी कर रहे हैं|

आखिर क्या है खसरा?

बता दें कि खसरा बच्चों में पाए जाने वाला एक सीरियस वायरल इंफेक्शन है भारत में खसरे के लिए टीकाकरण किया जाता है. मुंबई में अचानक ही इस बीमारी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है| इसीलिए एक्सपर्ट पैनल का गठन किया गया है| बताते चलें कि खसरा संक्रमित व्यक्ति के खांसने छींकने या उसकी त्वचा में संपर्क में आने से भी फैलता है|