Uttarakhand News 29 March 2025: भाई की निधन पर पति सहित अन्य परिजनों के साथ मुरादाबाद जा रही पिथौरागढ़ की शिक्षिका की सड़क हादसे में मौत हो गई। एनएच-74 पर शंकरफार्म के पास हुए हादसे में स्काॅर्पियो के परखचे उड़ गए। भीषण दुर्घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी को रेफर कर दिया गया।
पिथौरागढ़ के धनौड़ा निवासी बबीता (40) पत्नी विजेंद्र पटियाल के भाई मुकेश की बृहस्पतिवार को मुरादाबाद में निधन हो गया था। इस पर शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे विजेंद्र पुत्र सुरेंद्र पटियाल पत्नी और चार अन्य परिजनों के साथ अपनी स्कॉपियो (यूके05डी8888) से मुरादाबाद के लिए चले थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे किच्छा के शंकरफार्म में स्कॉपियो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। स्काॅर्पियो लगभग 150 फुट दूरी तक उछलती हुई पहले पीपल के पेड़ से टकराई और वहां से उछलकर नहर में पलट गई। धमाके की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने कार से लोगों को निकालना शुरू किया। सूचना पर पहुंची पुलभट्टा पुलिस ने घायलों को निजी वाहनों से सीएचसी पहुंचाया।
जांच के बाद चिकित्सकों ने बबीता (40) को मृत घोषित कर दिया। हादसे में गंभीर रूप से घायल विजेंद्र, भिडु पिथौरागढ़ निवासी अशोक शाह पुत्र रमेश शाह, ग्राम वड्डा पिथौरागढ़ निवासी भुवन चंद्र पुत्र राम दत्त और उनकी पत्नी चंद्रकला के साथ ही पिथौरागढ़ निवासी मोहन चौसारी को प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि गाड़ी विजेंद्र चला रहा था। चालक को झपकी आने से हादसे होने की आशंका जताई जा रही है।
शंकरफार्म के युवकों ने दरवाजे तोड़ घायलों को कार से निकाला
दुर्घटना के बाद मौके पर शंकरफार्म के युवक घायलों के लिए देवदूत बनकर पहुंचे। युवकों ने काफी मशक्कत के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त कार के दरवाजे तोड़कर घायलों को निकाला। अंकित ने बताया कि उन्होंने अन्य लोगों की सहायता से पहले नहर में पलटी कार को सीधा किया, फिर उसमें से घायलों को बाहर निकाला। बताया कि जब वह पानी में उतरे तो महिला पानी में बहती दिखी थी। उसे ही सबसे पहले निकाला गया। मदद करने वालों में प्रदीप, रचित, रोहित, सतपाल, सुमित, रुपेंद्र शामिल थे।
विधायक बेहड़ भी मौके पर पहुंचे
दुर्घटना की सूचना पर विधायक तिलक राज बेहड़ घटनास्थल पर पहुंचे। बेहड़ ने हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने घायलों को निकालने वाले ग्रामीण युवाओं की सराहना की। हादसा सुबह होने के कारण कई घायलों को जल्द मदद मिल गई। अगर दुर्घटना रात में होती तो अन्य लोग भी हताहत हो सकते थे।
कार के दोनों एयरबैग खुल गए थे
जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां छोटी पुलिया और मोड़ है। इसके नीचे से नहर निकलती है। नहर में इन दिनों काफी पानी बह रहा है। स्कार्पियो चालक को शायद मोड़ का अंदाजा नहीं लगा। वाहन की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगा दुर्घटना में दोनों एयरबैग खुल गए। मौके पर जगह-जगह गाड़ी के टुकड़े बिखरे मिले। प्राप्त जानकारी के अनुसार विजेंद्र पिथौरागढ़ के एक निजी स्कूल में अकाउंट का काम देखते हैं, जबकि बबीता उसी विद्यालय में शिक्षिका थीं।