Uttarakhand News, 24 November 2022: दिल्ली के पालम इलाके में एक ही परिवार के चार सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. राष्ट्रीय राजधानी पालम इलाके में एक ही परिवार के चार सदस्यों की चाकू गोद कर हत्या होने से इलाके में सनसनी फैल गई है. जिन लोगों की चाकू से गोद कर हत्या की गई है उनमे बहन, उनके पिता और दादी शामिल थीं. पुलिस ने इन चारों हत्याओं के आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इन सभी की हत्या मंगलवार की रात उस वक्त की गई जब यह सभी घर में सो रहे थे|

पूछताछ में सामने आया है कि केशव अक्सर बाकी परिजनों से भी गाली-गलौज करता था। मंगलवार सुबह रुपयों को लेकर केशव मां से झगड़ा भी हुआ था। इस घटना से जुड़ी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि युवक ने एक बहन की कमरे में हत्या की है. उसका शव कमरे में पड़ा हुआ है. जबकि दादी बिस्तर पर मृत पड़ी हुई है. वहीं बहन और पिता का शव बाथरूम में दिख रहा है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है| कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि घर के बेटे ने ही अपनी बहन, पिता और दादी की चाकू से गोद कर हत्या की है. कहा जा रहा है कि वो किसी बात से नाराज था और इसी वजह से उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. यह भी बताया जा रहा है कि चार हत्याएं करने के बाद यह लड़का घर से बाहर नहीं गया और शव के पास ही बैठा रहा|

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की रात करीब साढ़े दस बजे पुलिस को इस हत्याकांड की सूचना मिली थी. मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि इस लड़के को नशे की लत थी. हालांकि, घर के बेटे ने ऐसा भयानक कदम क्यों उठाया? इसे लेकर अभी विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है.

दिल्ली पुलिस अभी श्रद्धा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है. इस बीच राष्ट्रीय राजधानी के पालम इलाके में इस बड़ी वारदात ने सभी को चौंका दिया है. घर में सो रहे चार सदस्यों को मौत के घाट उतारने की इस सनसनीखेज घटना को लेकर आगे कई चौंकाने वाले खुलासे भी हो सकते हैं. यह भी दावा किया जा रहा है कि यह लड़का ड्रग्स एडिक्ट था. हाल ही में यह लड़का ड्रग्स एडिक्शन सेंटर से बाहर आया था. लड़के का नाम केशव है|

परिजनों ने बताया कि जिस पोते से दादी सबसे अधिक प्यार करती थी, उसने उन्हें भी नहीं छोड़ा। दीवानो देवी अक्सर केशव को चुपचाप रुपये दे देती थीं। कई दिन बाद जब केशव घर आया था तो वह खुद को रोक नहीं सकीं और उससे मिलने के लिए छोटे बेटे दिनेश के घर चली गईं| फिलहाल दो दिनों से वह वहीं रुकी हुई थीं। अब बड़े बेटे चंद्रपाल को मलाल है कि मां क्यों उनका घर छोड़कर छोटे भाई के यहां चली गई थी। दिनेश के पिता रामानंद शर्मा दिल्ली के बड़े वेटनरी डॉक्टर थे। उनका इलाके में खासा नाम था।

चंद्रपाल ने भी पिता के कहने पर वेटनरी डॉक्टर की पढ़ाई की। वर्ष 2014-15 में रामानंद शर्मा की मौत हुई तो बड़े बेटे ईश्वर सिंह ने अलग मकान बना लिया। वह गली में दो-तीन मकान छोड़कर ही रहते हैं।

चंद्रपाल और दिनेश एक ही मकान में पहली और दूसरी मंजिल पर रहते थे। दीवानो देवी कुछ-कुछ समय के लिए अपने तीनों ही बेटों के पास रुकती थीं। मां और भाई के परिवार की मौत के बाद से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने बुधवार देर शाम को शव पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार के हवाले कर दिए। बाद में सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।