Uttarakhand News 20 March 2024: रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई के मामले में पुलिस ने ईश्वर व विनय यादव नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। विनय एल्विश का खास दोस्त है। दोनों ज्यादातर साथ ही रहते हैं। इस मामले में मंगलवार देर रात पूलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया था।

रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई के मामले में जेल में बंद एल्विश यादव के ग्रुप और साथियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस मामले में मंगलवार देर रात एल्विश से जुड़े ईश्वर व एक अन्य से नोएडा पुलिस ने कोतवाली सेक्टर-20 में पूछताछ की। देर रात तक पूछताछ जारी। जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

विनय यादव एल्विश का खास दोस्त है। दोनों ज्यादातर साथ ही रहते हैं। विनय यादव का गुरुग्राम में खोपचा नाम से एक रेस्तरां भी है, जहां एल्विश अक्सर जाता था। वहीं, इस मामले में हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया के भी नोएडा पुलिस के सामने आने की चर्चा रही। हालांकि नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने इससे इनकार किया।

बिग बॉस विजेता और यूट्यूबर एल्विश को सांपों के जहर की सप्लाई करने के मामले में नोएडा पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में बंद है। अब मंगलवार रात एल्विस से जुड़े ईश्वर और विनय से पूछताछ की गई। बताया जाता है कि इस प्रकरण की जांच में ईश्वर का जिक्र बार-बार आया है और सीडीआर में भी ईश्वर से बातचीत की बात सामने आई थी। बताया जाता है कि रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई करने का बड़ा नेक्सस है।

ये सबूत बने एल्विश के गले की फांस
आपको बता दें कि रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में घिरे यूट्यूबर एल्विश यादव पर सांपों के साथ का वायरल वीडियो भारी पड़ गया। इसके साथ ही सपेरों से जुड़े कई लोगों के साथ ऑडियो व सपेरों से बरामद विष की एफएसएल रिपोर्ट एल्विश की गिरफ्तारी और जेल जाने का कारण बन गया। ऑडियो, वीडियो व एफएसएल रिपोर्ट जब पुलिस ने कोर्ट में रखा तब कोर्ट ने एल्विश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बहुचर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव पुलिस की नोटिस पर रविवार को नोएडा आया था। उसे यह अहसास नहीं था कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। इस कारण वह केवल दो लोगों के साथ आया। पिछले बार की तरह इस बार उसके साथ वकीलों की फौज नहीं थी। एल्विश रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे सेक्टर-73 स्थित फार्म हाउस पहुंचा। इसके बाद पुलिस की एक टीम उससे पूछताछ करने वहां गई।

पुलिस की टीम उससे पूछताछ करने के लिए अपने साथ सेक्टर-29 पुलिस चौकी ले गई और वहां पूछताछ के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। जब पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंची तब भी उसके चेहरे पर कोई डर का भाव नहीं था। नोएडा पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम बहुत ही चुपचाप किया।

पुलिस को यह आशंका थी कि अगर एल्विश की गिरफ्तारी जल्दी फैल गई तो उसके फॉलोवर्स आकर हंगामा कर सकते हैं। इस कारण पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे ऑपरेशन को गोपनीय रखा। जब पुलिस की टीम एल्विश यादव को लेकर सूरजपुर कोर्ट पहुंची और वहां अपना पक्ष रखा तो एल्विश के वकील का तर्क काम नहीं आया। पुलिस सभी साक्ष्यों, एफएसएल रिपोर्ट को कोर्ट के सामने रखकर अपील की थी कि एल्विश यादव का बाहर रहना वन्य जीव के लिए खतरनाक है। बाहर रहकर यह साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ भी कर सकता है।