Uttarakhand News, 30 March 2023: रुद्रपुर: अष्टमी के दिन पूरे विधि विधान के साथ माता अटरिया का डोला जगतपुरा स्थित मंदिर में लाया गया. इस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे. इसके साथ ही 21 दिन तक मंदिर में चलने वाला मेला शुरू हो गया है. मेला संपन्न होने पर पूरे विधि विधान के साथ माता के डोले को रमपुरा ले जाया जाएगा.

माता अटरिया मेला शुरू: रुद्रपुर के अटरिया मेले का अष्टमी के दिन से आगाज हो गया है. 21 दिनों तक चलने वाले इस मेले में देश के कई राज्यों से श्रद्धालु माता रानी के दर्शनों के लिए पहुंचे हैं. माता रानी का डोला हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में रमपुरा से अटरिया मंदिर जगतपुरा में पूरे विधि विधान के साथ लाया गया. जिसके बाद माता अटरिया को मंदिर में स्थापित कर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये.

शोभा यात्रा में मौजूद रहे श्रद्धालु: इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने माता रानी के दर्शन कर मनोकामना भी मांगी. प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद मेले को और भी अधिक भव्य बनाया गया है. रमपुरा से गाजेबाजे के साथ मां अटरिया की डोला यात्रा प्रारंभ हुई. जगह जगह मां के डोले का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. मेले के डोले की शोभायात्रा के दौरान मुख्य रूप से राधा कृष्ण की झांकी और शंकर पार्वती का नृत्य आकर्षण का केंद्र बना रहा. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही. वहीं यातायात को सुचारू रखने के लिए सड़क को वन वे किया गया था. मेले का शुभारंभ पूर्व विधायक राजेश शुक्ला द्वारा किया गया.

राजा रुद्र ने की थी मंदिर की स्थापना: कहा जाता है कि सैकड़ों साल पहले एक बार राजा रुद्र इस क्षेत्र में जंगल में घूम रहे थे. इस दौरान उनके रथ का पहिया मंदिर वाले स्थान पर फंस गया. काफी कोशिश के बाद भी रथ का पहिया नहीं निकला तो वह पास के ही बरगद के पेड़ के नीचे आराम करने लगे. तभी उन्हें स्वप्न में माता ने बताया कि जिस स्थान पर रथ का पहिया फंसा हुआ है, उसके नीचे कुआं है. जहां पर मेरी प्रतिमा दबी हुई है. नींद से जागने पर राजा ने सिपाहियों को कुआं खुदवाने में लगा दिया. काफी नीचे खोदने के बाद कुएं से माता अटरिया की प्रतिमा निकली. इसके बाद राजा रुद्र ने उस स्थान पर मंदिर बनवाया. तब से लेकर अब तक यहां पर मेले का आयोजन होता रहता है.

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किया कन्या पूजन: उधर ऋषिकेश में चैत्र नवरात्रि की पवित्र अष्ठमी पर क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने निवास पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा कन्या पूजन करके की. इसके साथ ही मंत्री अग्रवाल ने मनइच्छा मन्दिर पर भी माथा टेककर प्रदेश की खुशहाली की कामना की.

बुधवार को मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मां के विभिन्न रूपों की पूजा कर कहा कि वह घर, मोहल्ला सौभाग्यशाली होता है, जहां माता का गुणगान होता है. जो इसमें सम्मिलित होता है, माता की उस पर विशेष कृपा होती है. उन्होंने ने कहा कि हर परिस्थिति में हमें माता का साथ मिलता है. हमारी सनातन संस्कृति को बचाने में भी माता का गुणगान आवश्यक है. अग्रवाल ने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजन से सकारात्मकता का वातावरण पैदा होता है. इस दौरान माता के विभिन्न रूपों की पूजा व भजनों में सुंदर गुणगान किया गया. इस मौके पर डॉ अग्रवाल भजनों की प्रस्तुति में झूमते हुए भी दिखाई दिए.