Uttarakhand News, 20 July 2023: रुद्रपुर: आवास विकास में 10 दिन पहले वृद्धा पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने निजी स्कूल की शिक्षिका को गिरफ्तार किया है। शिक्षिका ने पड़ोसी परिवार की खुशियों से चिढ़कर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने शिक्षिका को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
बुधवार को कोतवाली में एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि 11 जुलाई की सुबह आवास विकास निवासी दीपक भाटिया के घर में घुसी नकाबपोश महिला ने उनकी मां पर हथौड़े से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिस ने मामला सुलझाने के लिए करीब 500 सीसीटीवी खंगाले और कई लोगों से पूछताछ की। मंगलवार को पुलिस ने दीपक के पड़ोसी और बचपन के मित्र की पत्नी रवलीन कौर को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में निजी स्कूल में शिक्षिका रवलीन ने बताया कि उनके पति और दीपक सिडकुल की एक फैक्टरी में साथ काम करते हैं। दीपक उनके पति से वरिष्ठ पद पर हैं। जाड़े में उसके पति ने पांच माह तक रात की शिफ्ट में ड्यूटी की थी। दीपक ने पति की शिफ्ट बदलने से इनकार कर दिया था। दीपक समय से घर जाता था मगर मेरे पति को परिवार के लिए वक्त नहीं मिलता था। बताया कि दीपक की पत्नी एक निजी स्कूल के कार्यालय में नौकरी करती हैं। पिछले दिनों वह उस स्कूल में नौकरी के लिए इंटरव्यू देेने गई तो दीपक की पत्नी ने सीधे मुंह बात भी नहीं की। उसके पति का वेतन बढ़ना था, पर तीन हजार रुपये का घाटा हो गया। इन घटनाओं से चिढ़कर उसने दीपक के परिवार को दुख देने की ठान ली थी। 11 जुलाई की सुबह मुंह पर कपड़ा बांधकर दीपक के घर गई थी और उसकी मां पर हथौड़े से वार किया था। बताया कि आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त हथौड़ा और कपड़े बरामद किए गए हैं।

सात जुलाई को मारने की थी योजना, ली थी स्कूल से छुट्टी: आरोपी रवलीन ने बताया कि दीपक की पत्नी और बहन काफी गुरूर में रहती थी। उनकी खुशियों को देख कर वह ईर्ष्या रखने लगी थी। उसने पहले सात जुलाई को अपने स्कूल से छुट्टी ली और मुंह में कपड़ा बांध कर वह घटना को अंजाम देने के लिए निकली थी लेकिन दीपक के घर का दरवाजा अंदर से बंद होने की वजह से वह वापस आ गई थी। 11 जुलाई को उसने घटना को अंजाम दिया। वह वृद्धा का गला घाेंटने के लिए अपने साथ रस्सी भी ले गई थी। लेकिन शोरगुल होने पर भाग निकली थी।

घटना के बाद स्कूल में बच्चों को पढ़ाया: रवलीन ने बताया कि 11 जुलाई को घटना को अंजाम देने के बाद वह ई रिक्शा पर बैठकर रोडवेज बस अड्डे आई थी। उसने रोडवेज में बने शौचालय में अपने कपड़े बदले और स्कूल चली गई थी। वहां उसने दिन भर बच्चों को पढ़ाया और शाम को घर आ कर हथौड़ा और रस्सी छिपा दी। इधर स्कूल के पास बने नाले में उसने अपनी टीशर्ट भी फेंक दी। उसके पति को भी घटना के बारे में मंगलवार तक मालूम नहीं चला।