Uttarakhand News 06 May 2025: रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों में एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की शिकायत पर सचिव पशुपालन ने अधिकारियों की बैठक लेने के बाद घोड़े-खच्चरों के संचालन पर 24 घंटे की रोक लगा दी है।

केदारनाथ यात्रा में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों में लगातार एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की शिकायतें आ रही थी, जिसके बाद सोमवार को पशुपालन सचिव जिला मुख्यालय पहुंचे, तथा संबंधित अधिकारियों के साथ देर रात्रि बैठक ली।

उन्होंने बताया कि यात्रा में हो रही घोड़े-खच्चरों की मृत्यु के कारणों को जानने एवं अग्रिम उपायों के लिए भारत सरकार से चिकित्सकों का दल जनपद रुद्रप्रयाग पहुंच रहा है।

सचिव डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया कि रविवार को 8 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई, जबकि सोमवार को छह घोड़े-खच्चरों की मौत हुई है। मौत के कारण जानने के लिए जांच की जाएगी।

बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में पशुपालन विभाग पिछले एक महीने से लगातार आवश्यक कदम उठा रहा है और 4 अप्रैल से 30 अप्रैल के मध्य विभाग ने लगभग 16,000 घोड़े-खच्चरों की स्क्रीनिंग की और स्क्रीनिंग में नेगेटिव आने के पश्चात ही घोड़े खच्चरों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी गई है।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत ने बताया कि पशुओं की मृत्यु को रोकने और इसकी जांच के लेकर भारत सरकार से वैज्ञानिकों का एक दल कल रुद्रप्रयाग पहुंच जाएगा।

ऐसे में निर्णय लिया गया है कि आगामी 24 घंटे में पशुओं के संचालन पर पूर्णतया रोक रहेगी, जिस दौरान अस्वस्थ पशुओं को पृथक कर क्वारंटाइन किया जाएगा एवं राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान हिसार को प्रेषित की गई जांच रिपोर्ट आने तक रोक जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि रोक हटाने संबंधी निर्णय जांच रिपोर्ट आने के बाद ही लिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार अस्वस्थ पशु को अलग रखने एवं अस्वस्थ पशु से कार्य ना कराने का उत्तरदायित्व पूर्णतः पशु मालिक का होगा एवं यदि ऐसा किया जाता है तो संबंधित पशु मालिक के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।