Uttarakhand News 03 Dec 2024: Uttarakhand Crime News: दिल्ली की एक महिला को आठ साल पहले हरिद्वार लाकर होटल में दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
महिला का आरोप है कि दुष्कर्म के दौरान बनाए गए अश्लील फोटो वीडियो को हथियार बनाकर आरोपित अब उसे ब्लैकमेल कर रहा है। महिला की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने जीरो एफआईआर हरिद्वार भेजी। हरिद्वार शहर कोतवाली की पुलिस ने उसे दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
दिल्ली से भेजी गई शून्य एफआईआर
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि दिल्ली से भेजी गई शून्य एफआईआर में एक भजनपुरा क्षेत्र की महिला ने बताया कि साल 2015 में उसकी मुलाकात ताराचंद नामक व्यक्ति से हुआ था। ताराचंद रोहिणी दिल्ली का निवासी है। महिला का कहना है कि नजदीकी बढ़ने पर साल 2016 में ताराचंद उसे मेरठ में एक बाबा के पास लेकर आया था। मेरठ के बाद वह हरिद्वार पहुंचे थे।
ताराचंद ने हरकी पैड़ी के आस-पास एक होटल में कमरा लिया था। आरोप है कि ताराचंद ने होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया था। विरोध करने पर उसने माफी मांग ली थी और दोनों वापस लौट गए थे। आरोप है कि तारांचद उसे आठ साल पुरानी अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल कर रहा है।
शहर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि दिल्ली से आई शून्य एफआईआर को दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही महिला को हरिद्वार बुलाकर उससे आरोपित ताराचंद, हरिद्वार के होटल सहित घटना के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी।
छात्र-छात्राओं को साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा व कानूनी जानकारी दी
गोपेश्वर: थाना थराली पुलिस द्वारा केंद्रीय विद्यालय ग्वालदम में छात्र-छात्राओं के बीच साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा नए कानून और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया ।
थानाध्यक्ष थराली उपनिरीक्षक पंकज कुमार ने छात्र-छात्राओं को साइबर अपराधों और उनसे बचाव के तरीकों पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे युवा इंटरनेट का उपयोग करते समय सतर्क रहें और साइबर क्राइम से बचने के उपाय अपनाएं। उन्होंने साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 और आपातकालीन नंबर-112 का महत्व बताते हुए युवाओं को इन नंबरों का सही समय पर उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को चिंता का विषय मानते हुए पुलिस अधिकारियों द्वारा इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करते हुए, छात्राओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा के उपायों के बारे में जागरूक किया गया। छात्राओं को यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ और अन्य अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने तथा अपराध होने की स्थिति में बिना किसी हिचकिचाहट के पुलिस सहायता लेने हेतु प्रेरित किया गया।
यातायात नियमों का पालन करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। छात्र-छात्राओं को दुर्घटनाओं से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई। छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के विभिन्न नियमों और उनके महत्व के बारे में जानकारी दी गई।