Uttarakhand News 24 March 2025: चारधाम यात्रा में हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी की घटनाओं को बिहार के विभिन्न जगहों से अंजाम दिया जा रहा है। हेली सेवा के नाम पर वर्ष 2022 से साइबर ठगी की घटनाएं बढ़ी। हर वर्ष 50 लोगों से हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी की जा रही है।
इसमें ठगी की रकम 12 से 15 लाख रुपये तक है। एसटीएफ की कार्रवाई की बात करें तो पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जबकि 45 फेसबुक विज्ञापन बंद करते 80 वेबसाइट ब्लाक करवाई गई। इसके साथ ही ठगों के 50 बैंक खाते फ्रीज भी करवाए।
साइबर थाना पुलिस की मानें तो हेली सेवा के नाम पर साइबर ठगी करने वाला गिरोह बिहार के नालंदा, नवादा, वसलीगंज, बिहारसली, सरीफ, पटना, बेगुसराय, कटरीसराय से सरगर्म है। ठग अति दुगर्म क्षेत्रों में जंगल से ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। कई बार पुलिस ने यहां दबिश भी दी लेकिन बड़ी सफलता हाथ नहीं लग पाई।
इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किया जा रहा है जागरूक
पुलिस उपाधीक्षक साइबर थाना अंकुश मिश्रा ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को साइबर ठगी से बचने के लिए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के माध्यम से भी विभिन्न राज्यों से अपील की जा रही है कि यदि कोई हेली सेवा के लिए टिकट बुक करता है तो वह अधिकारिक वेबसाइट पर ही संपर्क करें।
केस 1. पुणे महाराष्ट्र निवासी विजय परदेशी ने बताया कि उन्होंने मई 2024 में परिवार सहित केदारनाथ यात्रा की योजना बनाई थी। इस दौरान उनकी मुलाकात अनुराग उनियाल निवासी जाखन राजपुर रोड से हुई। अनुराग उनियाल ने कहा कि उसकी भावना हिमालयन नामक से कंपनी है और केदारनाथ के लिए हेली सेवा बुक करता है। अनुराग उनियाल ने देहरादून से केदारनाथ तक हेली टिकट बुक करवाने के नाम पर उनसे सात लाख रुपये ले लिए। केदारनाथ यात्रा के दिन सेवा देने से इंकार कर दिया।
केस 2. जलवायु टावर झाझरा निवासी डा. परितोष कुमार महंता ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वे केकेबीएम सुभारती अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञ के पद पर तैनात हैं। उन्हें केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवा की बुकिंग करानी थी। उन्हें कहीं से नंबर मिला था। इस पर बात की तो बताया गया कि वह पवन हंस हेली सेवा के लिए टिकट बुक करते हैं। इसके बाद उनसे पांच टिकटों के बदले में 1.30 लाख रुपये ले लिए, लेकिन उन्हें फर्जी टिकट पकड़ा दिए।
केस 3. रायपुर निवासी मनोज लाल ने बताया कि उन्होंने इंटरनेट पर पवनहंस हेली कंपनी का मोबाइल नंबर ढूंढकर उससे केदारनाथ जाने के लिए अपने परिचित उत्तम वमन समेत दो लोग के लिए टिकट आनलाइन बुक करवाई थीं। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये दिए थे। यात्रियों को फाटा से केदारनाथ हेलीकाप्टर से जाना था। 16 मई को उत्तम वमन व उनका साथी फाटा पहुंचे। वहां उन्होंने टिकट बुक करवाने वाले व्यक्ति से संपर्क करने की कोशिश तो उसका मोबाइल बंद मिला। ऐसे में यात्रियों को हवाई सेवा नहीं मिल पाई।