Uttarakhand News 06 May 2025: देहरादून। प्रदेश सरकार का भ्रष्टाचार पर प्रहार जारी है। सरकार के निर्देश पर बीते तीन वर्ष में भ्रष्टाचार के मामलों में 80 से अधिक भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। राज्य गठन के बाद पहली बार भ्रष्टाचार पर इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई है।

सतर्कता विभाग की टीम ने सोमवार को ऊधम सिंह नगर जिले के सितारगंज में मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। यह भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति का ही असर है कि लगातार इस प्रकार के मामलों पर कार्रवाई हो रही है।

मुख्यमंत्री धामी पहले कह चुके हैं कि चाहे व कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो, भ्रष्टाचार के मामलों में किसी को नहीं बख्शा जाएगा। इसके लिए शासन ने सतर्कता विभाग को सक्रिय करने के साथ ही विशेष टोल फ्री नंबर 1064 जारी किया है। इसके माध्यम से आरोपियों की रंगेहाथ गिरफ्तारी में तेजी आई है।

भ्रष्टाचार के चर्चित मामलों पर एक नजर
नैनीताल में लोक निर्माण विभाग का सहायक अभियंता गिरफ्तार, सरकारी ठेकेदार से बिल भुगतान को मांगी थी रिश्वत।
देहरादून में बिजली विभाग का जेई गिरफ्तार। आरोपित ने बिजली का कनेक्शन लगाने के लिए मांगी थी रिश्वत।
नैनीताल में एलआइयू कर्मी गिरफ्तार। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए उप निरीक्षक और मुख्य आरक्षी।
पौड़ी में आरटीओ कर्मी की गिरफ्तारी। कोटद्वार कार्यालय में वरिष्ठ सहायक गिरफ्तार।
काशीपुर में रोडवेज का एजीएम गिरफ्तार। अनुबंधित बसों का संचालन कराने के लिए मांगी थी 90 हजार रुपए की रिश्वत।
हरिद्वार में खंड शिक्षा अधिकारी गिरफ्तार। एक शिक्षक को क्लीन चिट देने की एवज में मांगी थी रिश्वत।
देहरादून में जीएसटी के सहायक आयुक्त को किया गिरफ्तार। रेस्टोरेंट के बिलों में जीएसटी की कमियों को बताकर वसूला जुर्माना।
रुद्रपुर का जिला आबकारी अधिकारी गिरफ्तार। एक शराब कारोबारी से मांगी थी रिश्वत।
कर्णप्रयाग में आबकारी इंस्पेक्टर गिरफ्तार। निकासी पास न होने का भय दिखाकर ठेकेदार से पैसे मांगे थे।
पौड़ी में कानूनगो को किया गिरफ्तार। सीमांकन के नाम पर वसूले थी धनराशि।
सीएम हेल्पलाइन का कर्मचारी गिरफ्तार। शिकायत के समाधान के नाम पर मांगी थी रिश्वत।