Uttarakhand News 16 April 2025: हरिद्वार। अंबर तालाब मोहल्ले में कारोबारी के घर से 90 लाख की नकदी और जेवरात चोरी का खुलासा हो गया है। यह चोरी किसी और ने नहीं बल्कि कारोबारी के बेटी और दामाद ने ही की थी। अपना कर्ज चुकाने के लिए चोरी की योजना बनाई गई।
इसके लिए पहले मकान की चाबी चुराई गई। पुलिस ने दंपती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में महिला का देवर भी शामिल है। तीनों के पास चोरी की गई रकम से 59 लाख 60 हजार बरामद किए गए हैं।
यह है पूरा मामला
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पश्चिमी अंबर तालाब निवासी कारोबारी मोहम्मद सरवर 10 अप्रैल की रात दुकान से घर आए तो पड़ोसी ने बताया कि उनके पुराने मकान का ताला खुला हुआ है। वहां ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में जाने पर उन्हें 90 लाख रुपये की नकदी से भरा बैग नहीं मिला। इससे उनके होश उड़ गए।
यह रकम उन्होंने कुछ दिन पहले गोदाम बेचकर जुटाई थी। उन्होंने तुरंत गंगनहर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। यह शक भी जताया था कि 10 अप्रैल की दोपहर एक बजे उसकी बेटी शीबा घर पर आई थी। वह बार-बार मोबाइल पर पति अजीम से फोन पर बात कर रही थी। वह घर से बाहर भी आई थी।
कारोबारी ने शक जताया था कि शीबा ने पुराने मकान की चाबी उठाकर अपने पति अजीम को देकर रकम चोरी कराई है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली।
प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह के निर्देश पर पुलिस और सीआईयू की टीम ने शीबा और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरा सच उगल दिया।
कर्ज चुकाने के लिए बनाया प्लान
अजीम ने बताया कि बीएसएम तिराहे के पास उसका जिम है। उस पर काफी कर्ज हो गया था। शीबा ने उसे घर में रकम रखे होने की बात बताई थी, जिसके चलते उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने यह रकम अपनी आई-20 कार में रखी थी। यह कार उसने सती मोहल्ला स्थित श्मशान घाट के पास खड़ी होने की बात बताई, जिस पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर उसकी कार से 48 लाख की रकम बरामद की। उसने बाकी की रकम छोटे भाई वसीम के पास रखने की बात कही।
पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार कर एक नाई की दुकान में रखे सप्लीमेंट के डिब्बे के अंदर रखे 11 लाख 60 हजार रुपये बरामद किए। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद दंपती समेत तीनों को कोर्ट में पेश कर दिया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
आरोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक आनंद मेहरा, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, मनीष कवि, कांस्टेबल इसरार के अलावा रुड़की सीआईयू प्रभारी अंकुर शर्मा, अश्वनी कुमार शामिल रहे।
चोरी की रकम से खरीदे थे फूड सप्लीमेंट
अजीम के कब्जे से पुलिस ने रकम बरामद करने के बाद जब पूछताछ की तो उसने सभी बातें पुलिस के सामने उगली। आरोपी ने बताया कि उसने रकम से फूड सप्लीमेंट खरीदे थे। इसके अलावा उसने पूर्व में खरीदी गई आई-20 कार की कई किस्तें भी जमा कराई थी।