Uttarakhand News 9 July 2025: देवाल, गढ़वाल स्काउट जोशीमठ में तैनात देवाल के वाण गांव निवासी लांस नायक सुरेंद्र सिंह (29) की मंगलवार को ड्यूटी के दौरान अचानक तबियत खराब हो गई। उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बुधवार को उनके पैतृक घाट ढिढोल में पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी।

जोशीमठ गढ़वाल स्काउट से पहुंचे सेना अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सीने में दर्द की शिकायत पर सुरेंद्र सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मंगलवार को जोशीमठ से सेना के जवान शव को वाण गांव पहुंचाने के लिए निकले, लेकिन देवाल-वाण के मध्य ल्वांणी में मोटर मार्ग अवरूद्ध रहने से रातभर उन्हें ल्वांणी में ही रुकना पड़ा।

सुबह तहसीलदार थराली अक्षय पंकज ने लोनिवि को मौके पर मशीन भेज मार्ग खुलवाया। बुधवार सुबह पांच बजे सेना के वाहन से मृतक सैनिक का पार्थिक शरीर वाण गांव पहुंचा। लांस नायक सुरेंद्र सिंह 20 साल की उम्र में 2015 में गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे।

उनके निधन की खबर से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके 62 वर्ष के पिता आलम सिंह व माता खिलपा देवी (56) को ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने किसी तरह ढांढ़स बंधाया। पिता ने रोते हुए बताया के तीन माह पहले ही बेटे की सगाई की रस्म पूरी की थी। गांव से सेना के जवान ग्रामीणों के साथ पैतृक घाट पहुंचे।

उसके बाद सेना की बैंड धून के साथ शव यात्रा को पैतृक घाट ले जाया गया। सेना के जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित कर सलामी दी। जनप्रतिनिधि व प्रशासन के अधिकारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। सुरेंद्र सिंह के बड़े भाई मोहन सिंह और छोटे भाई रणजीत सिंह, पिता आलम सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी।

तहसीलदार अक्षय पंकज, सुबेदार प्रेम सिंह, नायव सुबेदार बलवीर सिंह, राजस्व उपनिरीक्षक योगेन्द्र सिंह कुवर, पूर्व डिप्टी रेंजर त्रिलोक बिष्ट, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य कृष्णा बिष्ट, मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्णा सिंह, हीरा पहाड़ी, हीरा गढ़वाली, हीरा बुग्याली, आनंद सिंह, महिपत, पूर्व दर्शन सिंह, प्रधान गंगा सिंह, अध्यापक हयात सिंह, राजेन्द्र सिंह, शिशुपाल सिंह सहित ग्रामीणों ने पुष्पचक्र अर्पित कर मृतक सैनिक को श्रद्धांजलि दी।

सेना के वाहन को चार घंटे करना पड़ा इंतजार
कर्णप्रयाग: पिंडरघाटी में हो रही वर्षा से ग्रामीण मोटर मार्गों पर मलबा आने से दिक्कतें हो रही हैं। मंगलवार रात देवाल-वाण मोटर मार्ग पर जब जोशीमठ से सुरेंद्र सिंह के शव को सेना वाहन से गांव पहुंचाया जा रहा था तो रात एक बजे तेज वर्षा से मार्ग ल्वांणी में बाधित हो गया।

मौके पर तहसीलदार अक्षय पंकज ने गढ़वाल स्काउट जोशीमठ से आए 20 जवानों को मोटर मार्ग बाधित रहने पर रात्रि सुरक्षा के मद्देनजर ठहराने की बात की। लेकिन सेना के जवानों ने वाहन में ही रुकने की बात कही।