Uttarakhand News, 14 February 2023: जम्मू कश्मीर में आज के ही दिन पाकिस्तानी आतंकियों ने कायरतापूर्ण पुलवामा हमले को अंजाम दिया था. आज की तारीख हर भारतीय के जेहन में जिंदा है. हालांकि, इस कायराना हमले का भारत ने भी बालाकोट में एयरस्ट्राइक के रूप में करारा जवाब दिया था जिसकी चर्चा आज भी होती है.
देश आज पुलवामा हमले की चौथी बरसी मना रहा है. आज ही के दिन पाकिस्तानी आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में कायराना हमला किया था. इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवानों शहीद हो गए थे. भारतीय सेना के जांबाज सिपाहियों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था. वायु सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को रातों-रात नेस्तनाबूद कर दिया था. जब भी कभी आतंकियों के सफाये की चर्चा होगी तो भारतीय सेना के इस एयर स्ट्राइक को हमेशा याद किया जाएगा.
पीएम मोदी ने इस मौके पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि हमारे वीर नायकों को याद करते हुए जिन्हें हमने इस दिन पुलवामा में खो दिया था. हम उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे. उनका साहस हमें एक मजबूत और विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करता है.
पुलवामा आतंकी हमले का आरोप पत्र: इस हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने की. जांच एजेंसी ने इस मामले में 19 आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. 13500 पन्नों की चार्जशीट में आतंकवादी संगठन जैश के सरगना मसूद अजहर समेत कई पाकिस्तानी आतंकियों का इसमें नाम शामिल किया गया. आरोप पत्र में मारे गए और गिरफ्तार किये गए सात-सात आतंकवादियों और चार भगोड़ों का भी नाम शामिल किया गया.
इन 19 आतंकियों में से 7 को पकड़ लिया गया जबकि एक फिदायीन समेत 6 को सुरक्षा बलों में मार गिराया. वहीं, 6 भगोड़े आतंकियों के आकाओं का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया गया. कायराना हमले का षड़यंत्र रचने वाला और आतंकियों को ट्रेनिंग देने वाला मसूद अजहर के भाई रऊफ असगर और अम्मार अल्वी भी इसमें शामिल था.
आरोप पत्र के अनुसार आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर ने इस हमले की योजना बनाई थी. इसमें खुलासा किया गया कि मसूद अजहर ने इस काम में अपने चचेरे भाइयों का भी इस्तेमाल किया. हमले को लेकर बकायदा इसकी ट्रेनिंग दी गई. तस्करी के जरिए विस्फोटक लाए गए.
बता दें कि 2019 में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में लेथपुरा के निकट सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था. इस हमले में 40 जवानों शहीद हो गए थे. आत्मघाती हमलावर आदिल डार ने लगभग 200 किलो विस्फोटक से भरे वाहन से सीआरपीएफ के काफिले को टक्कर मार दी थी. भारतीय सेना ने इस हमले का जवाब पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक के रूप में दिया था.