Uttarakhand News 09 feb 2024 हल्द्वानी : हल्द्वानी के वनभूलपुरा थाने में आग लगाए जाने के बाद पुलिस को हालात पर काबू पाना मुश्किल हो गया। इसके बाद पुलिस की ओर से फायरिंग का सिलसिला शुरू हुआ। ताबड़तोड़ गोलियां बरसने लगीं। इधर उत्पातियों ने दिन में ईंट-पत्थर तो रात में पेट्रोल बम दागने शुरू कर दिए।
वहीं फायरिंग के दौरान कुछ लोग गोली लगने से घायल हो गए। देर रात घायलों में से चार लोगों की मौत हो गई। वनभूलपुरा क्षेत्र में देर शाम शुरू हुई फायरिंग देर रात तक चलती रही। जहां एक तरफ गोलियां तड़तड़ा रही थीं।
वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल बम के धमाकों की आवाज गूंज रही थी। जगह-जगह पुलिस की गोलियों का जवाब पेट्रोल बम से दिया जा रहा था। पूरे बवाल में छह लोगों की मौत की पुष्टि देर रात तक हुई। वनभूलपुरा के गफूर बस्ती निवासी जॉनी और उनके बेटे अनस को गोली लगने के बाद निजी अस्पताल ले जाया गया।
जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरी तरफ गांधीनगर निवासी फहीम (30) को गोली लगने के बाद एसटीएच भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर शव को मोर्चरी भिजवा दिया। इसके अलावा वनभूलपुरा निवासी इसरार के भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल होने की बात सामने आई है।
पुलिस से बड़ी निकली उत्पातियों की तैयारी
हल्द्वानी के वनभूलपुरा में हुए बवाल में उत्पातियों की तैयारी पुलिस से ज्यादा निकली। बड़े स्तर पर पहले से ही पत्थर, ईंट, कांच की बोलतों को इकह्वा करके रखा गया था। उपद्रवियों के हमले के बीच पुलिस को मौके से बचकर निकलना मुश्किल पड़ गया।
अधिकारियों की लापरवाही तब सामने आई जब अंधेरा होने के बाद नियंत्रण करने वाली फोर्स खुद ही उत्पातियों के पत्थरों के बीच फंस गई। पुलिस की आधी-अधूरी तैयारियों ने अपने ही लोगों को पत्थर खाने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस इतने दिनों से लगातार इलाके में कड़ी निगरानी रखने की बात कह रही थी। वहीं उत्पाती इनसे ज्यादा तैयारी में थे। कोतवाली से ब्रीफिंग के बाद वनभूलपुरा थाने पर नगर निगम की टीम करीब पौन घंटे तक खड़ी रही।
कार्रवाई से पहले भी खुफिया तंत्र के लोग क्षेत्र में निरीक्षण को पहुंचे। वहीं इतने दिनों से हो रही निगरानी भी काम नहीं आई। लोग अपनी पूरी तैयारी में थे। फोर्स आते ही उपद्रवियों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने जैसे ही सख्ती बढ़ाई तो पथराव शुरू हो गया।
दमकल रास्ते में फंसीं
देर रात 11 बजे तक दमकल की टीम वनभूलपुरा थाना सहित पूरे क्षेत्र में छह-सात जगहों पर आग बुझाई और काबू पाया। वहीं कई जगहों पर पथराव होने की वजह से दमकल की टीम पहुंच ही नहीं पाई। सीएफओ ने बताया कि एक गाड़ी के चालक भोपाल सिंह पथराव के चलते गंभीर रूप से घायल हो गया। सीएफओ के मुताबिक हादसे के बाद से वह सदमे में है।
हल्द्वानी में बवाल के चलते यूएसनगर में भी अलर्ट
हल्द्वानी में बवाल के चलते ऊधमसिंह नगर में भी पुलिस को अलर्ट किया गया है। एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने बताया कि हल्द्वानी का माहौल बिगड़ने पर ऊधमसिंह नगर से भी फोर्स भेजी जाएगी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई। देररात तक पुलिस के अलावा अधिकारी वनभूलपुरा हल्द्वानी के हालात पर नजर बनाए हुए थे।
बेस में 80 और एसटीएच में पहुंचे 24 घायल
वनभूलपुरा हिंसा के बाद बड़ी संख्या में घायलों को बेस अस्पताल और एसटीएच भेजा जाने लगा। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि गुरुवार को देर रात एसटीएच में 24 घायलों को लाया गया। इनमें से 14 पुलिसकर्मी थे।
वहीं 10 अन्य लोग थे। इनमें से दो लोगों की गंभीर हालत के चलते उन्हें भर्ती कर लिया गया है। वहीं बेस अस्पताल के पीएमएस डॉ. केके पांडे ने बताया कि बेस अस्पताल में 75 घायलों को भेजा गया। इनमें 75 पुलिसकर्मी शामिल थे। वहीं पांच अन्य लोग थे। इनमें से दो को भर्ती कर तीन को रेफर कर दिया गया।
विरोध करने पर पुलिस ने उठाया
हल्द्वानी में कार्रवाई का विरोध करने पर कई लोगों को पुलिस ने शाम सात बजे के आसपास उठा लिया। इससे पूर्व निवर्तमान पार्षद महबूब आलम, शकील अंसारी, जीशान परवेज, अरशद अय्यूब की काफी देर तक पुलिस से बहस भी हुई।