Uttarakhand News 15 May 2024: हल्द्वानी। सितारगंज निवासी 50 वर्षीय रामपाल को बाइक चालक ने टक्कर मार दी। घायल अधेड़ को सितारगंज से एसटीएच रेफर किया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने एसटीएच की इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि उनके पास सीटी स्कैन के पैसे नहीं थे। इस कारण डॉक्टरों ने सीटी स्कैन नहीं किया। उधर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
सितारगंज के मैनाझंडी निवासी 50 वर्षीय रामपाल सोमवार देर शाम पत्नी सुरजा देवी की दवा लेने बाजार गए थे। वह दवा लेकर पैदल घर लौट रहे थे। घर से थोड़ी ही दूरी पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। घायल के भांजे मनोज ने बताया कि रामपाल को पहले सितारगंज सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें एसटीएच रेफर कर दिया गया। रात करीब 10 बजे जब एसटीएच की इमरजेंसी में लाया गया तो स्टाफ ने ऑक्सीजन न होने की बात कही। सीटी स्कैन के लिए 1900 रुपये जमा करने को कहा। उनके पास 1900 रुपये नहीं थे। इस कारण सीटी स्कैन नहीं कराया जा सका। काफी मिन्नतों के बाद जांच कराई गई लेकिन कुछ ही देर बाद रामपाल की मौत हो गई। परिजनों को कहना है कि डॉक्टर लापरवाही नहीं बरतते तो शायद रामपाल की जान बच जाती। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। कहा कि परिजनों की ओर से कोई शिकायत उन्हें नहीं मिली है।
प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं है। ऐसी कोई शिकायत भी नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी। अस्पताल में गरीब लोगों का इलाज निशुल्क किया जाता है।