Uttarakhand News 09 Jan 2025: एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर महिपालपुर नई दिल्ली के रहने वाले रविंद्र सिंह को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया। रविंद्र सिंह को पुलिस बीते 11 वर्षों से तलाश कर रही थी। काठगोदाम थाने में नशा तस्करी के मुकदमे में रविंद्र के साथी को 10 वर्ष की जेल भी हो चुकी है।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि 12 दिसंबर 2013 को रविंद्र सिंह को काठगोदाम पुलिस ने 6.61 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे कुछ समय बाद न्यायालय से जमानत मिल गई थी, लेकिन उसके बाद से वह अदालत में कभी पेश नहीं हुआ।

पता चला कि उसके खिलाफ नई दिल्ली के वसंतकुंज थाने में नकली नोट तस्करी के मामले में भी मुकदमा दर्ज है। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया। अब कुछ समय पहले से इंस्पेक्टर अबुल कलाम की टीम को उसके पीछे लगाया गया था।

टीम ने मंगलवार को रविंद्र सिंह को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि इस बीच वह नेपाल से नशे के पदार्थों को लाकर उनकी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की कई जगहों पर तस्करी कर रहा था। उसने एक मकान जिला मोतीहारी, बिहार में बना रखा है।

एसटीएफ की टीम ने पिछले कई हफ्तों से कस्बा मोतीहारी में वेश बदल कर उसके परिवार से मिलने जुलने वालों की रैकी की। इसी के चलते उसकी गिरफ्तारी में सफलता मिली। रविंद्र ने अपना एक काफी बड़ा ड्रग नेटवर्क तैयार कर लिया था जिसके माध्यम से वह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में चरस सप्लाई कर रहा था।