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Apple का बड़ा फैसला, Iphone के लिए नहीं होगा चाइनीज मेमोरी चिप का इस्तेमाल

Uttarakhand News, 18 अक्टूबर 2022: एपल द्वारा चीन की टेक्नोलॉजी कंपनियों के खिलाफ अमेरिका के कड़े एक्सपोर्ट रूल्स लागू होने के तुरंत बाद यह फैसला लिया गया है। साल ही शुरुआत में ही कंपनी ने YMTC के NAND फ्लैश मेमोरी चिप का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। 

आईफोन निर्माता एपल ने सोमवार को मेमोरी चिप को लेकर बड़ी घोषणा कर दी है।कंपनी ने कहा कि आईफोन निर्माण के लिए अब Yangtze मेमोरी टेक्नोलॉजीज कोर्प (YMTC) की मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते मतभेद के बीच ये फैसला लिया गया है। बता दें कि ताइवान पर सैन्य बढ़त पर लगाम लगाने के लिए अमेरिका लगातार चीन पर दवाब बना रहा है। 

दरअसल, एपल द्वारा चीन की टेक्नोलॉजी कंपनियों के खिलाफ अमेरिका के कड़े एक्सपोर्ट रूल्स लागू होने के तुरंत बाद यह फैसला लिया गया है। साल ही शुरुआत में ही कंपनी ने YMTC के NAND फ्लैश मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार एपल अपने सभी आईफोन मॉडल्स के लिए लगभग 40 प्रतिशत मेमोरी चिप्स YMTC से खरीदने की तैयारी कर रहा था।

बता दें कि चीन पर दवाब बनाने के लिए अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने इसके चीन से चिप निर्यात पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं, इसमें दुनिया में कहीं भी अमेरिकी उपकरणों की मदद से बने सेमीकंडक्टर चिप से चीन को अलग करना शामिल है। कुछ नियमों को लागू भी कर दिया गया है।

इसी कड़ी में अमेरिका ने पिछले सप्ताह YMTC सहित 30 अन्य चाइनीज फर्मों को उन कंपनियों की लिस्ट में जोड़ा था, जिनकी अमेरिकी अधिकारी की जांच के दायरे में नहीं हैं। अमेरिका का कॉमर्स डिपार्टमेंट YMTC को लेकर ये जांच कर रहा है कि अमेरिका में चीन की ब्लैकलिस्टेड टेलीकम्युनिकेशंस कंपनी Huawei को मेमोरी चिप की बिक्री के दौरान अमेरिकी एक्सपोर्ट रूल्स का उल्लंघन हो नहीं हुआ है। इन सबके बीच अमेरिका और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। 
अभी हाल ही में एपल ने भारत में आईफोन के निर्माण की घोषणा की थी, जिसके बाद एपल के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने अपने चेन्नई प्लांट में आईफोन 14 सीरीज की असेंबलिंग भी शुरू कर दी है। अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने के कारण बहुत सारी अमेरिकी कंपनियां चीन में बिजनेस को लेकर अपनी स्ट्रैटेजी बदलने पर विचार कर रही हैं।

साथ ही चीन की सख्त लॉकडाउन नीति और अमेरिका से खराब होते संबंधों के चलते ये कंपनियां चीन पर निर्भरता कम करना चाहती है। पिछले सप्ताह भी यह रिपोर्ट आई थी कि एपल पहली बार AirPods और  Beats हेडफोन प्रोडक्शन भी भारत में करने पर विचार कर रही है और कंपनी जल्द ही इसकी घोषणा भी कर सकती है।