उत्तराखंड, देहरादून 28 सितंबर 2022: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में सेवा पखवाड़ा 2022 के तहत ‘स्वच्छता गौरव सम्मान’ कार्यक्रम में स्वच्छता दूतों को सम्मानित किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पीएम स्वनिधि के लाभार्थियों एवं स्वच्छता पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी सम्मानित किया. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के ‘स्वच्छता दूतों’ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इनकी संकल्पशक्ति और प्रयासों ने राज्य में स्वच्छता का एक नया अध्याय लिखा है.

यह प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए गर्व का विषय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में हमारे शहरी क्षेत्र के चार निकायों को राष्ट्रपति द्वारा 1 अक्टूबर को सम्मानित किया जाएगा. स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत भी उत्तराखंड ने छह विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीते हैं. उन्होंने इसके लिए सभी स्वच्छता दूतों, शहरी विकास विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को बधाई दी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्वच्छता दूत ही स्वच्छता अभियान की धुरी हैं. भारतीय संस्कृति और दर्शन में स्वच्छता हमेशा से सर्वोच्च प्राथमिकता रही है. ये हमारे मूल्यों और संस्कारों का अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा कि अपनी गौरवशाली परंपराओं का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता का एक ऐसा महा अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी सफलता की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है. जब सरकार के प्रयासों में जन-भागीदारी जुड़ती है, तो उन प्रयासों की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है. स्वच्छता को लेकर समाज में बड़ी जागरूकता ही वो मूलमंत्र है जिसने स्वच्छता अभियान की सफलता सुनिश्चित की है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आस्था का प्रमुख केन्द्र होने के साथ ही पर्यटन प्रदेश भी है. ऊर्जा एवं पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड में अपार संभावनाएं हैं. वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर आज उत्तराखंड ने एक नया स्थान अर्जित किया है. स्वच्छता और पर्यटन का आपस में गहरा रिश्ता है और जहां स्वच्छता होती है वहां पर्यटन में भी वृद्धि निश्चित होती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत एक ऐसे वर्ग के उत्थान का भगीरथ कार्य किया है, जिस पर आजादी के बाद से कभी ध्यान ही नहीं दिया गया.आज हमारे अनेकों रेहड़ी-पटरी वाले, ठेला चलाने वाले, स्ट्रीट वेंडर्स इस योजना का लाभ उठा कर न केवल अपनी जीवन को सबल बना रहे हैं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को भी उज्ज्वल कर रहे हैं. राज्य में पीएम स्वनिधि योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्रों तक पहुंचा कर उनका सशक्तिकरण करने की दिशा में राज्य सरकार प्रयासरत है.