Uttarakhand News 29 oct 2024: धनतेरस के साथ ही मंगलवार से छह दिवसीय दीपावली पर्व भी शुरू हो गया है। आज धनतेरस, यमदीप दान और प्रदोष व्रत होगा। 31 को छोटी दीपावली यानी नरक चतुर्दशी और एक नवंबर को श्री महालक्ष्मी पूजन दीपोत्सव पर्व मनाया जाएगा। दो नवंबर को गोवर्धन पूजा अन्नकूट और तीन नवंबर को यम द्वितीया, भैया दूज पर्व मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्या डॉ. मंजू जोशी के अनुसार इस वर्ष धनतेरस पर हस्त नक्षत्र, त्रिपुष्कर योग, लक्ष्मी नारायण योग, एंद्र योग, सूर्य बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। शुभ मुहूर्त सुबह 10:बजे से अगले दिन बुधवार दोपहर 1:17 मिनट तक रहेगा। शनि महाराज अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान होकर शश पंच महापुरुष योग का निर्माण कर सभी राशियों को लाभान्वित करेंगे। विश्व में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धनवंतरि का अवतार लिया था। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस का पर्व धन, धान्य, समृद्धि के अतिरिक्त स्वास्थ्य, आरोग्यता से जुड़ा हुआ होता है। इसलिए इस दिन धन के लिए देवी लक्ष्मी, कुबेर और आरोग्य के लिए भगवान धनवंतरि की पूजा-अर्चना की जाती है।
धनतेरस पर क्या करें
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि, मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और यमराज की पूजा का विधान है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा भी की जाती है। संध्या के समय घर के मुख्य दरवाजे के दोनों ओर दक्षिण में अनाज के ढेर पर मिट्टी का बड़ा दीपक जलाएं। साथ ही मां लक्ष्मी के छोटे-छोटे पदचिह्नों को पूरे घर में स्थापित करना शुभ माना जाता है। घर के मुख्य द्वार पर 13 दीपक जलाएं।
धनतेरस पर क्या खरीदें-
लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति, सोना, चांदी, पीतल, मिट्टी के दीये, झाड़ू, तांबे का दीपक अति शुभ फलकारक।