Uttarakhand News, पिथौरागढ़, बेरीनाग 15 अक्टूबर 2022: पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में कांडे गांव का कालीताल मौत का ताल बन चुका है. कालीताल में डूबकर चार लोगों की मौत हो चुकी है. ईटीवी भारत इन खबरों को लगातार प्रकाशित करता रहा है. अब खबर का असर हुआ है. जिला बाल कल्याण समिति ने स्थानीय प्रशासन से कालीताल को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है.

बेरीनाग: तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कांडे गांव में स्थित कालीताल पर हो रही मौतों पर लगातार ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ खबरें प्रकाशित की. कालीताल में डूबकर अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. इन खबरों का जिला बाल कल्याण समिति ने संज्ञान लिया है. समिति ने स्थानीय प्रशासन से इन मौतों पर स्पष्टीकरण मांग लिया है.

मौत का ताल बना कालीताल: एक अक्टूबर को भट्टीगांव के 15 वर्षीय युवक राहुल चन्याल की मौत कालीताल में डूबकर हुई थी. पूर्व में भी यहां पर डूबकर तीन बच्चों समेत चार लोगों की असामयिक मौत हो चुकी है. इस स्थल पर पुलिस अधीक्षक की तरफ से केवल एक चेतावनी बोर्ड लगाया गया है. सब परिस्थितियों को लेकर के पिथौरागढ़ बाल कल्याण समिति ने खेद जताते हुए बेरीनाग के उप जिलाधिकारी समेत सभी जिम्मेदार अधिकारियों से कालीताल झील में बरती जा रही लापरवाही पर पर्यटन गतिविधियों के संचालन पर सवाल उठाए हैं.

बाल कल्याण समिति ने स्थानीय प्रशासन से मांगा जवाब: समिति ने खेद व्यक्त करते हुए कालीताल में सुरक्षा के बोर्ड के अलावा पुलिस और पर्यटन विभाग के द्वारा आज तक किए गए उपायों की जानकारी मांगी है. ज्ञातव्य है कि बाल कल्याण समिति न्यायिक मजिस्ट्रेट की पीठ है और नाबालिग बच्चों के संरक्षण व पुनर्वास से लेकर तमाम गतिविधियों पर सक्रिय रूप से भागीदार है. उल्लेखनीय है कि कालीताल पर लम्बे समय से स्थानीय लोग प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद भी यहां पर रोक नहीं लग पा रही है.