Uttarakhand News 11 Jan 2023: बल्लेबाज का नाम भले ही पृथ्वी हो, लेकिन 379 रन बनाकर उसने काम आसमान को छू लेने वाला किया है| भारतीय टीम से बाहर चल रहे स्टार ओपनर पृथ्वी शॉ के बल्ले ने एक बार फिर रनों का अंबार लगाते हुए ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम कर दिया है. 23 साल के पृथ्वी शॉ ने अपनी पारी से बीसीसीआई सेलेक्टर्स को भी मुंहतोड़ जवाब दिया है. पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी 2022-23 सीजन में बड़ा रिकॉर्ड बनाया है| 

हिंदुस्तान को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुए एक ही साल हुए थे, जब किसी भारतीय ने पहली बार ऐसी इनिंग खेली थी, जैसी 75 साल बाद जाकर अब पृथ्वी शॉ ने खेली है. पृथ्वी ने असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में अपना तिहरा शतक जड़ा. वो 379 रन बनाकर आउट हुए. लेकिन इन 379 रनों में दम बहुत है दरअसल, मुंबई की टीम से खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ मैच में 379 रनों की पारी खेली है. यह मुकाबला गुवाहाटी के अमीनगांव क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. पृथ्वी शॉ 400 रन के ऐतिहासिक आंकड़े से चूक गए हैं. उन्हें असम के रियान पराग ने LBW आउट किया.पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ 383 गेंदों का सामना करते हुए 379 रन बनाए, जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. ये उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का पहला तिहरा शतक रहा. पृथ्वी जिस तरह से खेल रहे थे, उम्मीद यही थी कि वो 400 रन भी बड़ी आसानी से बना लेंगे. लेकिन, इस चाहत को पूरा करने से पहले ही वो रियान पराग का शिकार बन गए|

379 रन पर आउट होकर भी तोड़े रिकॉर्ड:
पृथ्वी तो आउट हो गए पर उससे पहले कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर गए. वो मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. वो अब पहले भारतीय बन गए हैं जिसके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक, लिस्ट ए में दोहरा शतक और T20 में शतक दर्ज है. पृथ्वी ने असम के खिलाफ अपना तिहरा शतक 326 गेंदों में पूरा किया था|

1948 के बाद पृथ्वी शॉ ने खेली ऐसी पारी:
इन तमाम रिकॉर्डों के अलावा पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज भी बने. उन्होंने ये मुकाम 1991 में संजय मांजरेकर के बनाए 377 रन की पारी को पीछे छोड़ते हुए हासिल किया. रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के बल्लेबाज बाबूसाहेब निंबालकर के नाम है, जिन्होंने साल 1948 में काठियावाड़ के खिलाफ खेलते हुए 494 गेंदों पर 443 नाबाद रन बनाए थे. पृथ्वी उस रिकॉर्ड को तोड़ने की ओर बढ़ तो रहे थे लेकिन ये मुमकिन नहीं हो सका|

इसी के साथ पृथ्वी शॉ भारतीय फर्स्ट क्लास और रणजी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले प्लेयर बन गए हैं. उन्होंने संजय मांजरेकर का रिकॉर्ड तोड़ा है, जिन्होंने 1991 में मुंबई (तब बंबई) के लिए हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे.बता दें कि फर्स्ट क्लास और रणजी के इतिहास में 400 रन बनाने का रिकॉर्ड एक बार ही बना है. यह रिकॉर्ड महाराष्ट्र के ही बीबी निम्बालकर ने बनाया था. उन्होंने 1948 के सीजन में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए काठियावाड़ के खिलाफ नाबाद 443 रनों की पारी खेली थी. 

चेतन शर्मा ने बताया पृथ्वी शॉ को क्यों नहीं चुना गया