Uttarakhand News, 7 अक्टूबर 2022 रामनगर: डेढ़ माह पहले क्यारी के एक रिजॉर्ट से लापता हुए झारखंड के पर्यटक का कंकाल बना शव वन कर्मियों को जंगल में मिला। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर परिजनों को सूचना दी है। शुक्रवार को कंकाल का पोस्टमार्टम होगा। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 38 वर्षीय सुनील टोयो पुत्र अंध्रेस टोयो निवासी गांव ललकाटोली, पाकरडाड जिला सिमडेगा झारखंड अगस्त में अपने साथियों के साथ रामनगर के क्यारी में एक रिजॉर्ट में आया था। 21 अगस्त की रात वह बिना बताए रिजॉर्ट से बैग उठाकर चला गया था, तब वह लापता चल रहा था। कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया है कि क्यारी गांव के समीप असानी नाले से दो किमी दूर जंगल की पहाड़ी पर वन कर्मियों को पर्यटक का कंकाल मिला। कंकाल के बगल में बैग, मोबाइल और तंबाकू की पुड़िया मिली। पुलिस ने कंकाल मोर्चरी में रखवा दिया है। कोतवाल ने बताया कि मृतक पर्यटक दिमागी रूप से बीमार बताया जा रहा है।
पर्यटक की गुमशुदगी हेमंत चांडवानी निवासी जयपुर राजस्थान ने कोतवाली में दर्ज कराई थी। हेमंत चांडवानी ने बताया कि वह एक आयुर्वेदिक कंपनी में काम करते हैं। आयुर्वेदिक कंपनी का टूर रामनगर आया था। टूर में सुनील टोयो भी साथ था। 21 अगस्त को वह रिजॉर्ट से लापता हो गया था। 23 अगस्त तक उसको तलाश किया। कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद लौट आए थे। रामनगर वन प्रभाग के देचारी रेंज के रेंजर ललित जोशी ने बताया कि जंगल में घास लेने गईं महिलाओं ने वन कर्मियों को सूचना दी थी। मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मृत पर्यटक के परिजनों को सूचना दे दी है। उनकी ओर से कोई तहरीर मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
वन कर्मियों की गश्त की खुली पोल: एक माह से पर्यटक का शव जंगल में था लेकिन वन कर्मियों को भनक तक नहीं लगी। इससे वन कर्मियों के गश्त की पोल खुल गई। क्यारी गांव रामनगर वन प्रभाग और तराई पश्चिमी वन प्रभाग के क्षेत्र में आता है। डेढ़ माह से पर्यटक का शव जंगल में पड़ रहा और वन कर्मियों को पता तक नहीं चला। ऐसे में सवाल उठता है कि वन कर्मी जंगल में गश्त करते है या नहीं?