Uttarakhand News, 6 अक्टूबर 2022 पौड़ी, Bus Accident In Pauri : पौड़ी के कांडा गांव से दुल्हन लेने गए लालढांग और आसपास के 16 बराती अब कभी वापस नहीं लौट पाएंगे। बराती दुल्हन तो नहीं ला सके, लेकिन सफेद कपड़ों में लिपटे उनके शव आज सुबह गांव पहुंचे। बस दुर्घटना के बाद गांव में कोहराम मचा है। हर तरफ चीख पुकार मची है।
पौड़ी में हुए बारात के बस हादसे के चार मृतकों के शव आज गुरुवार सुबह पहुंच चुके हैं। इनमें चारों रसूलपुर गांव के हैं। इनमें भी एक परिवार के तीन सदस्यों की जान गई है। शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए हरिद्वार के चंडीघाट करने के लिए ग्रामीण निकल गए हैं। जबकि एक सबको भू समाधि दी जा रही है।
अपनों की मौत की खबर से परिवार बेसुध हैं। दूल्हा संदीप बुधवार को शाम पांच बजे बिना दुल्हन के गांव पहुंचा। संदीप हादसे से टूट गया है, लेकिन उसकी खामोशी नहीं टूट रही है। शादी वाले गांव में विजयदशमी की खुशियों की जगह मातम छाया है। गांव में अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले हैं। लालढांग मिश्रित आबादी का कस्बा है।
बरात में बच्चों और महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक भी गए थे। बस में 45 से अधिक बराती सवार थे। इनमें कई बच्चे भी थे। बरात की बस दुल्हन के घर पहुंचने से पहले सिमड़ी बैंड के पास चालक की लापरवाही से दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में समा गई। बस की कमानी का पट्टा टूटने से हादसा हुआ।
एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि हादसे में 33 लोगों की मौत और 18 घायलों की पुष्टि की। मृतकों में 16 बराती लालढांग, गाजीवाली और रसूलपुर के हैं, जबकि बाकी मंडावली और दूल्हे के रिश्तेदारी के हैं।