Uttarakhand News 02 Oct 2024: देहरादून। दिल के मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। दिल का इलाज अब जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) में भी हो पाएगा। यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती कर दी गई है। वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डा. संदीप मालवीय ओपीडी भी शुरू कर दी है। फिलहाल 30-35 मरीज हर दिन ओपीडी में पहुंच रहे हैं।

सरकारी अस्पताल में दिल का इलाज
दरअसल, बदलते लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोगों में हृदय रोग का खतरा बढ़ता जा रहा है। हाल में युवाओं में भी हृदय रोग के मामले तेजी से बढ़े हैं। पर सरकारी अस्पतालों में कार्डियोलॉजिस्ट नहीं हैं। जिस कारण हृदय रोगियों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। पर अच्छी बात यह है कि नीति नियंताओं ने अब इस ओर गंभीरता दिखानी शुरू कर दी है।

एक छत के नीचे सभी उपचार
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के साथ ही कैथ लैब की भी स्थापना की गई है। यहां अब एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी होती है। इसी कड़ी में अब जिला चिकित्सालय में भी कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कर दी गई है। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. वाईएस चौहान का कहना है कि यह प्रयास किया जा रहा है कि मरीजों को एक छत के नीचे सभी तरह का उपचार मिल सके। इसी के तहत कार्डियोलाजिस्ट की नियुक्ति की गई है। वह प्रतिदिन ओपीडी कर रहे हैं। साथ ही मरीज भर्ती भी किए जा रहे हैं। भर्ती मरीजों की ईको की सुविधा भी अस्पताल में है।

मसूरी के रेडियोलॉजिस्ट सप्ताह में दो दिन जिला अस्पताल में देंगे सेवा
जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती को लेकर भी अस्पताल प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए है। वर्तमान समय में अस्पताल में मात्र एक रेडियोलाजिस्ट डा. निखिल कुमार तैनात हैं। पर अस्पातल में मरीजों का अत्याधिक दबाव है। हर दिन करीब 60-70 अल्ट्रासाउंड हो रहे हैं। पूर्व में यहां दो रेडियोलॉजिस्ट तैनात थे, पर रेडियोलॉजिस्ट डा. मनोज उप्रेती अब निदेशक बन गए है।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. वाईएस चौहान ने बताया कि रेड़ियोलाजिस्ट की तैनाती के लिए विभाग से पत्राचार किया जा रहा है। फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मसूरी उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस एवं वरिष्ठ रेडियोलाजिस्ट डा. यतेंद्र सिंह सप्ताह में दो दिन यहां अपनी सेवा देंगे। वह सोमवार व शुक्रवार को अल्ट्रासाउंड करेंगे।