Uttarakhand News 23 April 2025: देहरादून। UPSC Result: सिविल सेवा परीक्षा में 127वीं रैंक हासिल करने वाली दून की सलोनी गौतम ने चार साल में तीन बार अपनी काबिलियत साबित की है। वह इससे पहले भी दो बार सिविल सेवा परीक्षा क्रैक कर चुकी हैं और वर्तमान में इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विसेज (आइआरएमएस) का हिस्सा हैं।

मूल रूप से रुड़की के शेरपुर गांव से ताल्लुख रखने वाली सलोनी अपने परिवार के साथ दून स्थित तपोवन इन्क्लेव मे रहती हैं। पिता भूपेंद्र सिंह डील में टेक्निकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि सलोनी ने वर्ष 2015 में दून इंटरनेशनल स्कूल से बारहवीं की। इसके बाद आइआइटी रुड़की से जियोलाजिकल टेक्नोलॉजी में एकीकृत एमटेक का कोर्स किया। वहां से वर्ष 2020 में पास आउट हुई। इसके बाद उन्होंने केयर्न आयल एंड गैस कंपनी में कार्य किया।

तमन्ना कुछ बड़ा हासिल करने की थी। नौकरी छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की। 2021 में पहली बार परीक्षा दी, पर सफल नहीं हुई। इसके बाद 2022 में उन्होंने परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्हें इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विसेज मिला। 2023 में एक बार परीक्षा पास की, पर रैंक में बहुत अधिक सुधार न हो पाने के कारण सर्विस अपग्रेड नहीं हो पाई। इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और साल 2024 में एक फिर परीक्षा दी।

मंगलवार को परिणाम आए तो सलोनी को मेहनत का फल मिला। सलोनी की माता शीतल, छोटी बहन शैफाली और भाई प्रियांशु के अलावा पूरे परिवार समेत दोस्तों में खुशी है। उनकी बहन शैफाली सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट में प्रशिक्षु लीगल ऑफिसर हैं। जबकि भाई प्रियांशु आइआइटी खड़गपुर से बीटेक कर रहा है।

सिक्योरिटी गार्ड की बेटी बनेगी अफसर
जीवन के कड़े संघर्ष और परिवार की विपरीत परिस्थितियों को मात देकर दून की अंकिता कांति ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्होंने ऑल इंडिया 137वीं रैंक प्राप्त की है। अंकिता की इस उपलब्धि से उनके घर में जश्न का माहौल है। हरभजवाला निवासी अंकिता मूल रूप से चमोली जनपद स्थित नारायणबगड़ ब्लाक के छोटे से गांव चिरखून की रहने वाली हैं।

यहां शिक्षा प्राप्त कर पाया मुकाम
अंकिता ने दसवीं की पढ़ाई तुंतोवाला के दून मार्डन स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने 2018 में संजय पब्लिक स्कूल कारबारी से 12वीं की। 12वीं में उन्होंने 96.4 प्रतिशत अंक के साथ दून टॉप किया। जबकि उत्तराखंड में वे चौथे स्थान पर रहीं। इसके बाद उन्होंने डीबीएस कालेज से बीएससी की पढ़ाई पूरी की। फिर डीएवी कालेज से भौतिक विज्ञान में एमएससी की। इसी दौरान वे तैयारी में लगी रही।

अंकिता ने बताया कि उनके पिता देवेश्वर कांति बैंकों में कैश ले जाने वाली कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड हैं। जबकि उनकी मां ऊषा कांति गृहणी हैं। उनकी छोटी बहन अंजलि का भी बैंक में चयन हो रखा है, जबकि सबसे छोटी अनुष्का भी अभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। अंकिता ने बताया कि पढ़ाई में अच्छी होने के चलते उन्होंने 11वीं में ही ठान लिया था कि यूपीएससी में सफलता पानी है।

तुषार ने लगातार दूसरी बार पाई सफलता
एसडीआरएफ में पूर्व डिप्टी कमांडेंट विजेंद्र डोभाल के बेटे तुषार डोभाल ने सिविल सेवा परीक्षा में लगातार दूसरी बार सफलता हासिल की है। उन्होंने ऑल इंडिया 238वीं रैंक प्राप्त की है। पिछली बार उनकी 284वीं रैंक थी। तुषार का परिवार मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के मरोड़ गांव का रहने वाला है, लेकिन उनका जन्म देहरादून में हुआ। तुषार की शुरुआती पढ़ाई सेंट मेरीज़ स्कूल, वाराणसी से हुई।

तुषार ने इसके बाद सेंट मेरीज़ एकेडमी, मेरठ से 10वीं और 12वीं में 93 प्रतिशत अंकों से पास की। फिर स्नातकीय शिक्षा उन्होंने थापर इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से प्राप्त की। जहां से 93 प्रतिशत अंकों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में बैचलर आफ इंजीनियरिंग की। इसके लिए उनको छात्रवृत्ति भी मिली। कॉलेज से ही कैंपस प्लसेमेंट के जरिये जेपी मोर्गन चेस के अमेरिकी बैंक में कार्पोरेट विश्लेषक के रूप में नौकरी मिली।

प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं
इसी दौरान उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की। वह फिलहाल आंध्र प्रदेश में आइआरएस (भारतीय राजस्व सेवा) का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस बार उन्हें आइपीएस मिलने की उम्मीद है। उनके पिता अपर पुलिस अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।