नैनीताल श्रीनंदा देवी महोत्सव: श्रीनंदा देवी महोत्सव की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। कोविड के चलते इस वर्ष भी महोत्सव सादगी से मनाया जाएगा। मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं पर पुलिस नजर रखेगी। एकबार में 50 लोगों को ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।

बैठक में में निर्णय लिया गया कि अध्यक्ष मनोज साह की अध्यक्षता में आयोजित नगर के गणमान्य लोगों की बैठक में नंदा देवी महोत्सव को राज्य सरकार की ओर से राज्य मेला घोषित करने की मांग उठी। साथ ही तय हुआ कि महोत्सव में प्लास्टिक को पूर्ण रूप से प्रतिबंध किया जाएगा। पुलिसकर्मियों की देखरेख में ही सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए जाएंगे। मंदिर परिसर के भीतर कोविड गाइडलाइन का शत-प्रतिशत अनुपालन हो सके, इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेगा। एकबार में 50 श्रद्धालुओं को ही मंदिर के भीतर प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश करने और बाहर निकलने के लिए अलग-अलग गेटों की व्यवस्था की जाएगी। मुख्य द्वार से अंदर आने वाले श्रद्धालु ठंडी सड़क स्थित पीछे के गेट से बाहर जाएंगे।

बैठक में तय किया गया:

  1. राज्य सरकार से निवेदन किया गया हैं महोत्सव को राज्य मेला घोषित की जाए।
  2. मेले में प्लास्टिक को पूर्ण रूप से प्रतिबंध किया जाएगा।
  3. वृद्धजन, / बुजुर्गों को माता के दर्शन हेतु अलग से व्यवस्था की जाएगी।
  4. मोबाइल टॉयलेट की पूर्ण व्यवस्था की जाएगी।
  5. कीचड़ से बचने के लिए रोड़ी व बजरी की व्यवस्था की गई।
    6.श्रद्धालुओं के सहायता हेतु दुकानों के मध्य उचित दूरी बनाए जाएंगे। जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।
  6. नैनीताल नगर में पूर्ण साज – सज्जा व्यवस्था की जाएगी।
    8.महोत्सव को सफल बनाने हेतु शासन, प्रशासन व जनता द्वारा सहयोग लिया जाएगा।
  7. स्थानीय कलाकारों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्राथमिकता दी जाएगी।
  8. स्कूली बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
  9. महोत्सव में डोला , कदली वृक्ष शोभा यात्रा तथा मंदिर परिसर में मातृशक्ति महिलाओं द्वारा बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जाएगा।
    कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि गोपाल सिंह रावत, शांति मेहरा, डॉ महेंद्र पल, डॉ मनोज बिष्ट, डॉ रमेश पांडेय, जगदीश लोहनी, आनन्द बिष्ट, मुन्नी तिवारी, सरस्वती खेतवाल,विश्वकेतु वैद्य, रेखा त्रिवेणी, अरविंद पडियार, सभासद मोहन नेगी, तारा राणा, भगवत रावत, सुरेश चंद्र, कैलाश रौतेला, सी एल साह, मोहन कांडपाल व सभा के सभी सम्मानित सदस्यों की उपस्थिति रही।