एपल पर इससे पहले भी पिछले महीने ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने इसी मुद्दे को लेकर करीब 2.5 मिलियन डॉलर का अलग जुर्माना लगाया था। एपल ने iPhone 12 के साथ अक्तूबर 2020 से चार्जर न देने की शुरुआत की थी।

स्मार्टफोन के साथ चार्जर ना देना अब एक ट्रेंड बन गया है। इसकी शुरुआत एपल ने की और अब गूगल, सैमसंग से लेकर शाओमी जैसी कंपनियां भी अपने फोन के साथ चार्जर नहीं दे रही हैं। अब एपल का यह फैसला उसे काफी महंगा पड़ गया है। ब्राजील में बिना चार्जर आईफोन बेचने को लेकर एपल पर 20 मिलियन डॉलर यानी करीब 164 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है. ब्राजील की कोर्ट के एक न्यायाधीश ने कहा है कि एपल ने आईफोन के साथ चार्जर ना देकार ग्राहकों को एक अतिरिक्त प्रोडक्ट खरीदने के लिए मजबूर किया है.

एपल पर इससे पहले भी पिछले महीने ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने इसी मुद्दे को लेकर करीब 2.5 मिलियन डॉलर का अलग जुर्माना लगाया था। एपल ने iPhone 12 के साथ अक्तूबर 2020 से चार्जर ना देने की शुरुआत की थी। एपल पर फ्रांस में भी इसी तरह का जुर्माना लग चुका है।

इससे पहले एपल के आईफोन 14 सीरीज की लॉन्चिंग से ठीक पहले भी ब्राजील ने एपल को बड़ा झटका दिया था। ब्राजील की सरकार ने पूरे देश में बिना चार्जर वाले आईफोन की बिक्री को पिछले महीने ही बंद करने का आदेश दिया है। इसके अलावा ब्राजील की सरकार ने आईफोन के साथ चार्जर ना देने को लेकर एपल पर करीब 18 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है।पिछले सप्ताह ही यूरोपियन यूनियन ने कहा था कि 2024 के अंत तक सभी डिवाइस के साथ एक ही चार्जर दिया जाएगा जो कि टाईप-सी पोर्ट होगा। इस फैसले का सबसे बड़ा नुकसान एपल को होगा, क्योंकि एपल को अपने सभी प्रोडक्ट की डिजाइन में बदलाव करने होंगे।