Uttarakhand News, देहरादून, 28 अक्तूबर 2022: देहरादून शहर के एक नशा मुक्ति केंद्र का कर्मचारी पहले से केंद्र में भर्ती आठ युवकों को अपने साथ लेकर चला गया। 17 दिन पहले कर्मचारी ने केंद्र के सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद कर युवकों को भगाया। नशा मुक्ति केंद्र संचालकों ने सूचना पुलिस और प्रशासन को भी नहीं दी। बृहस्पतिवार को जब पुलिस ने तस्दीक की तो पता चला कि सभी युवक अपने घर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा कि कर्मचारी ने अपना नशा मुक्ति केंद्र खोला है, जिसमें भर्ती कराने की बात कहकर वह सभी को साथ लेकर चला गया था। घटना 10 अक्तूबर की बताई जा रही है। अमर उजाला को एक पाठक ने इमेल से 10 युवकों के केंद्र से भागने की जानकारी दी थी। सूचना को वसंत विहार पुलिस को भी साझा किया गया। चकराता रोड स्थित इस केंद्र में पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि वहीं का एक कर्मचारी 10 नहीं, बल्कि आठ युवकों को लेकर गया था। रात में करीब 11 बजे केंद्र के सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया था। एसएसआई वसंत विहार नंदलाल रुढ़ी ने सभी युवकों के घरवालों को फोन किया। सभी के परिजनों ने बताया कि वह सब घर पहुंच गए हैं। बाद में नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों ने पुलिस को बताया कि यहां का सूरज नाम का कर्मचारी सभी युवकों को लेकर भागा था। उसने अपना नशा मुक्ति केंद्र भी शहर में ही खोला है। संभवतया सभी को उसने वहां भर्ती कराने की बात कही थी, लेकिन युवकों ने पहले अपने घर जाने की शर्त रखी। इस पर सभी युवक अपनेे घरों को चले गए। एसएचओ वसंत विहार होशियार सिंह ने बताया कि पुलिस ने पड़ताल कर ली है। भविष्य के लिए नशा मुक्ति केंद्र संचालकों को चेतावनी दी गई कि यदि इस तरह का मामला सामने आए तो पहले सूचना पुलिस को दी जाए।