Uttarakhand News 30 May 2025: ऋषिकेश। वन विभाग की ऋषिकेश रेंज के गोला बीट के जंगल में शुक्रवार सुबह मालू के पत्ते लेने के गए मजदूर पर बाघ ने हमला कर मार डाला। मृतक हरिद्वार का रहने वाला था। कुछ दिन पहले कार्बेट से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में शिफ्ट किए गए नर बाघ की लोकेशन भी इसी क्षेत्र में मिली है। पार्क प्रशासन और रेंज अधिकारियों का कहना है कि हमला इसी बाघ ने किया या दूसरा जानवर था इसकी जांच की जाएगी। पार्क प्रशासन ने घटना स्थल से फुट फ्रिंट उठाए हैं।
रेंजर गंभीर सिंह धमांदा ने बताया कि कनक चंपा (मालू) के पत्तों को तोड़ने के लिए विभाग की ओर से ठेका दिया गया है। ठेकेदार के साथ काम करने वाले सात मजदूर शुक्रवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे गोला बीट के जंगल में पत्ते लेने गए थे। 35 वर्षीय राजू कश्यप निवासी ब्रह्मपुरी, हरिद्वार अपने भाई संजू के साथ पानी के एक स्रोत के पास पहुंचा। बाकी मजदूर उनसे करीब तीन-चार सौ मीटर दूर थे।
इस दौरान पीछे से आए जानवर ने राजू के सिर पर हमला कर दिया। उसके भाई ने शोर मचाया और पत्थर फेंकने शुरू किए। इसके बाद जानवर वहां से भाग गया। संजू ने घटना की जानकारी बाकी साथियों को दी। घटनास्थल हरिद्वार हाईवे पर नेपाली फार्म से करीब सात किलोमीटर अंदर है। सूचना पर वन विभाग और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। सिर पर गंभीर घाव के चलते राजू की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने पंचनामा भर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना स्थल से कुछ दूरी पर राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क का क्षेत्र भी है। कुछ दिन पूर्व कार्बेट से एक बाघ टाइगर रिर्जव लाया गया था। उसकी लोकेशन भी क्षेत्र में मिली है। रेंजर धमांदा का कहना है कि हमलावर यही बाघ था इसकी अभी जानकारी नहीं है। बताया कि बाघ की लोकेशन की जानकारी पार्क प्रशासन के पास है।
घटना के बाद लोगों ने किया हंगामा
घटना के बाद गढ़ी मचयक के लोगों ने वन विभाग की टीम के सामने नाराजगी जताते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि अभी बाघ ने जंगल के अंदर एक मजदूर को मौत के घाट उतारा है। आने वाले समय में वह आबादी वाले क्षेत्र में आ सकता है। इससे ग्रामीणों की जान का खतरा है।
वन विभाग से बाघ को आदमखोर घोषित करने की मांग की। रेंजर गंभीर सिंह धमांदा का कहना है कि मजदूर को मारने के वाले जानवर ने उसे खाया नहीं। अगर पार्क क्षेत्र का बाघ भी है तब भी उसे इस तरह आदमखोर घोषित नहीं किया जा सकता है।
बाघ लगातार बदल रहा लोकेशन
एक मई को कार्बेट से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में शिफ्ट किए गए नर बाघ की लोकेशन और मृतक के भाई ने जानवर के बारे में जो जानकारी दी उससे इस बात की आशंका को बल मिला है कि हमलावर यही बाघ है। यह बाघ कई दिनों से बड़कोट व ऋषिकेश रेंज में मौजूद है। ग्रामीणों को आशंका है कि पत्ते लेने गए व्यक्ति पर बाघ ने ही हमला किया होगा।
ग्रामीणों की आशंका को इस बात से भी बल मिलता है कि क्षेत्र में गुलदार पहले से ही मौजूद हैं। मगर इंसानों पर हमले की घटना पहले कभी नहीं हुई। वहीं कार्बेट से लाया गया बाघ नर है। उसकी उम्र पांच वर्ष है। वह अभी तक यहां की वातावरण में खुद को ढाल नहीं पाया है। यही वजह है कि बाघ अपनी सत्ता कायम करने के लिए लगातार लोकेशन बदल रहा है। बीते सप्ताह वह टिहरी जिले के नरेंद्रनगर वन प्रभाग पहुंच गया था।
रेडियो कालर से रखी जा रही मूवमेंट पर नजर
बाघ की गर्दन में जीपीएस कालर लगाया गया है। सैटेलाइट जीपीएस और कैमरा ट्रैप के माध्यम से उसके प्रत्येक मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि बाघ शिफ्टिंग परियोजना के तहत गत वर्षो में कार्बेट से राजाजी टाइगर रिजर्व में कुल पांच बाघ शिफ्ट किये गए हैं जिनमें तीन मादा व दो नर हैं।
कार्बेट से लाये गए बाघ की लोकेशन मोतीचूर कांसरो से लेकर बड़कोट ऋषिकेश रेंज तक है। ऋषिकेश रेंज में हुई घटना दुखद है। मगर, अभी यह कहना मुश्किल है कि हमला इसी बाघ ने किया होगा। घटना की जांच की जाएगी। – कोको रोसे, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व देहरादून