Uttarakhand News, 3 अक्टूबर 2022 हल्द्वानी: उत्तराखंड रोडवेज बस में महिला यात्री से छेड़छाड़ करना बस चालक और परिचालक को महंगा पड़ गया। परिवहन निगम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चालक को निलंबित कर दिया है। जबकि परिचालक की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। इस कार्रवाई से परिवहन निगम में हड़कंप मचा है। निगम ने साफ कर दिया परिवहन निगम की छवि को धूमिल करने वालों को किसी भी हाल में माफ नहीं किया जाएगा।

यात्रियों ने चालक की की थी पिटाई: शनिवार की देर रात जारी आदेश में उत्तराखंड परिवहन निगम (Uttarakhand Roadways) के सहायक महा प्रबंधक सुरेश चौहान ने बताया कि उन्होंने समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का संज्ञान लिया था। इस मामले की विभागीय जांच की गई। जांच में पाया गया कि 30 सितंबर को हिसार से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस में महिला से छेड़छाड़ हुई। चालक कुलदीप सिंह बस का स्टेयरिंग परिचालक तरनजीत सिंह को थमा पीछे सीट पर बैठ गया था और महिला से छेड़छाड़ करने लगा था। भीड़ ने उसे पीट दिया था।

गलत काम में सहयोग पर नौकरी से छुट्टी: सहायक महाप्रबंधक ने बताया कि तरनजीत सिंह विशिष्ट श्रेणी परिचालक है। उसने महिला से छेड़छाड़ करने वाले चालक का सहयोग किया। इस घटना से विभाग की छवि धूमिल हुई है। परिचालक को ही पूरे प्रकरण का दोषी माना गया है। उन्होंने बताया कि मामले में चालक कुलदीप सिंह को निलंबित व परिचालक तरनजीत सिंह की सेवा समाप्त कर दी है। परिचालक से सिक्योरिटी के साथ सभी देयकों को जब्त कर लिया गया है।

मालूम हो कि तीन दिन पूर्व काठगोदाम डिपो की बस संख्या यूके07पीए/ 2950 हिसार से 40 यात्रियों को लेकर हल्द्वानी आ रही थी। इस बीच चालक ने बस परिचालक के सुपुर्द कर दी। खुद एक महिला यात्री के बगल में आकर बैठ गया। इसके बाद उसने महिला के साथ छेड़छाड़ करना शुरू कर दी। जिसके बाद बस के यात्रियों ने चालक की जमकर धुनाई कर दी। शुक्रवार की सुबह हल्दानी पहुंचने पर महिला ने कोतवाली मे शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने बस चालक को हिरासत में ले लिया। कई घंटे कोतवाली में चले हंगामे के बाद चालक व परिचालक ने माफी मांगी, तब जाकर मामला शांत हुआ। मामले की सूचना मिलते ही परिवहन निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।

परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक सुरेश चौहान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चालक को निलंबन का आदेश जारी किये। साथ ही संविदा पर काम करने वाले परिचालक की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की छवि को धूमिल करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।