उत्तराखंड/चंपावत: जम्मू के पहलगाम में 16 अगस्त मंगलवार को आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) के जवानों की बस के खाई में गिरने से घायल चंपावत जिले के देवीधुरा पखोटी गांव निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल ने इलाज के दौरान सोमवार देर रात अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनकी उम्र 50 साल थी। श्रीनगर के अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। सोमवार रात 11 बजे इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। आज बुधवार को उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो परिजन बिलख उठे। स्वजन बेसुध हो गए।

सुबह से ही तिरंगे से सजे वाहन समेत दर्जनों वाहन के साथ स्वजन और क्षेत्र के लोग कनवाड़ बैंड पर प्रतीक्षा कर रहे हैं। पार्थिव शरीर सेना के वाहन से जैसे ही गांव पहुंचा सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल के गगनभेदी नारों से आसमान गुंजायमान हो उठा।

छोड़ गए हंसता खेलता परिवार:

शहीद सूबेदार मेजर नंदन सिंह अपने पीछे माता-पिता के अलावा दो पुत्र और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। सूबेदार मेजर के बेटे और कुमाऊं छात्र महासंघ के महासचिव चेतन सिंह ने बताया कि सिर पर ज्यादा चोट लगने से दो दिन पहले उनका ऑपरेशन किया गया था। सोमवार रात 11:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। घटना के बाद से परिवार में मातम छा गया।